पश्चिम बंगाल में स्वतंत्रता दिवस को लेकर तैयारियां शुरु हाे गई है. इस बार 76वां स्वतंत्रता दिवस आने में कुछ ही समय बाकी है. ऐसे में पश्चिम बंगाल के डाकघरों में हर घर तिरंगा अभियान 2.0 का प्रचार काफी तेजी से किया जा रहा है. गौरतलब है कि जनरल पोस्ट ऑफिस में 25 रुपये में तिरंगा बेचकर हर घर तिरंगा अभियान 2.0′ के जरिये लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना भरने का प्रयास किया जा रहा है. पिछले वर्ष से चल रहे इस अभियान को लेकर लोगों में काफी दिलचस्पी देखने को मिल रही है.
भारत सरकार ने आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में पिछले साल ‘हर घर तिरंगा’ अभियान शुरू किया था.यह अभियान 2022 में बेहद सफल रहा, जहां 23 करोड़ परिवारों ने अपने घरों पर भौतिक रूप से तिरंगा फहराया और छह करोड़ लोगों ने एचजीटी वेबसाइट पर सेल्फी अपलोड की. सरकार ने पहले ही कहा था कि इस साल इंडियन पोस्ट ‘हर घर तिरंगा’ अभियान मनाने के लिए अपने 1.6 लाख डाकघरों के माध्यम से राष्ट्रीय ध्वज बेच रहा है और सुविधा प्रदान कर रहा है.
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पश्चिम बंगाल, सिक्किम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह सर्कल के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल बिधान चंद्र रॉय ने बताया कि इस साल उनका लक्ष्य पिछले साल के लगभग 4.5 लाख राष्ट्रीय झंडे बेचने के लक्ष्य को पार करना है. मेरे सर्कल क्षेत्र में, पश्चिम बंगाल हमारे लिए केंद्र और फोकस है. पिछले साल यहां लगभग 4.5 लाख झंडे बेचे गए थे. इस साल हमें यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है. हम इस पहल के लिए तैयार हैं. सिक्किम, अंडमान के ग्रामीण इलाकों में और बंगाल में लोगों के लिए झंडे खरीदना कठिन है. लेकिन इस साल हम तिरंगे को सुदूर इलाकों तक ले जाने की कोशिश करेंगे.
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उन्होंने कहा कि तिरंगा को कोई भी व्यक्ति अपने नजदीकी डाकघर के साथ-साथ ऑनलाइन भी डाकघर की वेबसाइट epostoffice.gov.in से खरीद सकता है. अभियान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के प्रयास में डाकघरों में सेल्फी पॉइंट भी बनाये गये है. हर घर तिरंगा अभियान 2.0 के हिस्से के रूप में, सरकार ने घोषणा की है कि नागरिक पिछले साल की तरह 25 रुपये की मामूली कीमत पर अपने निकटतम डाकघर से राष्ट्रीय ध्वज खरीद सकते हैं.
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इस पहल का उद्देश्य नागरिकों के बीच देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव को बढ़ावा देना है. लोग अपना मोबाइल नंबर और वन-टाइम पासवर्ड दर्ज करके ऑर्डर फ़्लैग कर सकते हैं. ऑर्डर प्लेसमेंट के दौरान, आवश्यक विवरण जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर और आवश्यक झंडों की संख्या की आवश्यकता होगी. जीपीओ में काउंटर से तिरंगा खरीदने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि वह दूसरी बार देश की शान तिरंगे को खरीद रहा है.
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‘हर घर तिरंगा’ अभियान की वजह से पश्चिम बंगाल के करीगरों का कहना है कि तिरंगे की मांग इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि हमलोग अब आर्डर लेना बंद कर दिये है. रात भर काम करने के बाद भी लग रहा है कि जितना मांग है उसको पूरा नहीं किया जा सकता है. सबसे अधिक ऑर्डर बिहार, असम और सिक्किम जैसे राज्यों से मिला है. ऐसी स्थिति को देखते हुए, हमें झंडे बनाने के लिए सामग्री जुटाना मुश्किल हो रहा है. कई लोगों का कहना है कि वह इस अभियान का हिस्सा बनने के लिये खुद से भी सामाग्री लाकर झंडा बनने का कार्य कर रहे है. सुकुमार दे ने कहा कि तिरंगा बनाने की सामाग्री इतनी महंगी हो गई है कि खरीदना मुश्किल हो गया है.
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हर घर तिरंगा अभियान 13 अगस्त से 15 अगस्त तक अभियान तक चलेगा. इस अभियान का उद्देश्य है कि लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना को जगाना. भारत सरकार का प्रयास है कि यह अभियान भारत के हर घर तक पहुंचे.
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