मधेपुरा में कोसी व घघरी नदी उफान पर, निचले इलाकों में फैलने लगा बाढ़ का पानी, पलायन करने लगे लोग

कोसी क्षेत्र में बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. कई निचले इलाके में बाढ़ का पानी भर गया है. स्थिति यह है कि लोगों का आवागमन बाधित होने लगी है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 10, 2022 9:22 AM
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कोसी इलाके में पिछले सप्ताह से बारिश होने के कारण व कोसी और घघरी नदी के जलस्तर में उफान आ गया है, जिससे चौसा प्रखंड अंतर्गत फुलौत, मोरसंढा पंचायत के निचले इलाके में बाढ़ का पानी भर गया है. स्थिति यह है कि लोगों का आवागमन बाधित होने लगी है. निचले इलाके के लोगों के आवागमन के लिए नाव ही सहारा बन सकता है.

दहशत में है लोग

फुलौत मोरसंढा सहित और आसपास के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने से लोगों में दहशत है. फुलौत में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा, जिससे लोग अपने मवेशियों को ऊंचे स्थान पर अभी से ले जाने की तैयारी शुरू है. किसान ऊंचे स्थान पर अपने रिश्तेदार व मनुष्यों की चारा उपलब्ध कराने में जुटे हुए हैं. बाढ़ के पानी में अचानक बढ़ोतरी को देखते ही देखते फुलौत में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

सुरक्षित स्थान की तलाश

बाढ़ की आशंका से सहमे लोग फिर सुरक्षित स्थान की तलाश में जुट गए हैं. सीओ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि पता चला है कोसी नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने के कारण बाढ़ का पानी फैलने लगा है. जहां आवागमन की समस्या होगी वहां नाव की व्यवस्था कराया जायेगा.

नाव का परिचालन शुरू कराया जायेगा

पंचायत के जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया है कि जहाँ नाव की जरूरत होगी उन जगहों पर नाव का परिचालन शुरू कराया जायेगा. फुलौत पश्चिमी पंचायत से सपनी झंडापुर बासा आदि गांव का फुलौत बाजार,व प्रखंड जाने का आवागमन सम्पर्क बाधित हो गया है. तीयर टोला व हाहा धार पुल के निकट पानी हो गया है. लोग पानी में घुसकर पार उतरने के बाद घर जा रहे हैं.

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हाहा धार में पानी बढ़ने से मचा हाहाकार

फुलौत पश्चिमी पंचायत के तियर टोला हाहा धार में बाढ़ का पानी आ जाने से लोगों के बीच आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गयी है. सपनी मुसहरी रंजन शर्मा अशोक शर्मा धर्मेंद्र शर्मा बिजली देवी सुलेखा देवी बताते हैं कि बाढ़ प्रभावित इलाका होने के कारण हम लोगों को हर साल बाढ़ की मार झेलनी पड़ती है फसल बर्बाद के अनुकूल मुआवजा नहीं मिल पाता है. फुलौत के हाहा धार के निकट बाढ़ के पानी में बच्चे बाढ़ के पानी में स्नान करते दिखे, जबकि बाढ़ के पानी में स्नान करने से पदाधिकारी ने रोका लगाया है.

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