Krishna Janmashtami Vrat 2020: नंदगांव, जगन्नाथपुरी, उज्जैन और काशी में आज रात 12 जन्मेंगे देवकीनंदन, आप भी यहां करें पूजा-आरती का लाइव दर्शन
Krishna Janmashtami Vrat 2020, Puja Vidhi, Pujan samagri, Katha, Date and time, Muhurat, Aarti: देश के अधिकांशत हिस्से में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज मनाई जा रही है. सभी श्रीकृष्ण मंदिर सज गए हैं. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी दो दिन मनाई जाएगी. अष्टमी तिथि आज मंगलवार सुबह 9 बजकर 06 मिनट से लेकर 12 अगस्त की सुबह 11 बजकर 15 मिनट तक रहेगी. वहीं इस बार इन दोनों तिथियों में नक्षत्र का संयोग नहीं मिल रहा है. भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भादो महीने में अष्टमी तिथि के रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. रोहिणी नक्षत्र 13 अगस्त को भोर से 3 बजकर 26 मिनट से मिल रहा है. तिथि के अनुसार व्रत पूजन करने वाले मंगलवार को पर्व मनाएंगे. वहीं सूर्योदय तिथि मानने वाले बुधवार को उदया तिथि में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाएंगे. इससे दो दिनों तक जन्मोत्सव की धूम रहेगी. कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस दौरान मंदिर के पट बंद रहेंगे. इस बार भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण नहीं होगा. मंदिरों में सादगी के साथ भगवान का जन्मोत्सव मनाया जाएगा. वहीं घर-घर पर्व मनेगा और भगवान पालने में विराजेंगे. आइए जानते है कि आज देश के किन मंदिरों में जन्माष्टमी की धूम है और कहां पर कल रहेगा...
मुख्य बातें
Krishna Janmashtami Vrat 2020, Puja Vidhi, Pujan samagri, Katha, Date and time, Muhurat, Aarti: देश के अधिकांशत हिस्से में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज मनाई जा रही है. सभी श्रीकृष्ण मंदिर सज गए हैं. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी दो दिन मनाई जाएगी. अष्टमी तिथि आज मंगलवार सुबह 9 बजकर 06 मिनट से लेकर 12 अगस्त की सुबह 11 बजकर 15 मिनट तक रहेगी. वहीं इस बार इन दोनों तिथियों में नक्षत्र का संयोग नहीं मिल रहा है. भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भादो महीने में अष्टमी तिथि के रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. रोहिणी नक्षत्र 13 अगस्त को भोर से 3 बजकर 26 मिनट से मिल रहा है. तिथि के अनुसार व्रत पूजन करने वाले मंगलवार को पर्व मनाएंगे. वहीं सूर्योदय तिथि मानने वाले बुधवार को उदया तिथि में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाएंगे. इससे दो दिनों तक जन्मोत्सव की धूम रहेगी. कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस दौरान मंदिर के पट बंद रहेंगे. इस बार भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण नहीं होगा. मंदिरों में सादगी के साथ भगवान का जन्मोत्सव मनाया जाएगा. वहीं घर-घर पर्व मनेगा और भगवान पालने में विराजेंगे. आइए जानते है कि आज देश के किन मंदिरों में जन्माष्टमी की धूम है और कहां पर कल रहेगा…
लाइव अपडेट
जन्माष्टमी की तिथि और शुभ मुहूर्त
जन्माष्टमी की तिथि: 11 अगस्त और 12 अगस्त।
अष्टमी तिथि प्रारंभ: 11 अगस्त 2020 को सुबह 09 बजकर 06 मिनट से।
अष्टमी तिथि समाप्त: 12 अगस्त 2020 को सुबह 05 बजकर 22 मिनट तक।
रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ: 13 अगस्त 2020 की सुबह 03 बजकर 27 मिनट से।
रोहिणी नक्षत्र समाप्त: 14 अगस्त 2020 को सुबह 05 बजकर 22 मिनट तक।
नंदगांव के नंदबाबा मंदिर में आज मनाई जाएगी जन्माष्टमी
नंदगांव के नंदबाबा मंदिर में आज श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा. नंदबाबा मंदिर में रक्षाबंधन के आठवें दिन जन्मोत्सव मनाया जाता है. रक्षाबंधन से आठवां दिन 11 अगस्त को पड़ रहा है, इसलिए यहां आज जन्माष्टमी मनायी जाएगी. यहा पूरी तैयारी कर ली गई है. आज रात 12 बजे नंदबाबा मंदिर में नंदलाल का जन्म होगा.
आप भी करें श्रृंगार आरती का ऑनलाइन दर्शन
आज श्री राधावल्लभ लाल जी महाराज के राजभोग आरती के live दर्शन
आज मंगला आरती और दर्शन वृन्दावन
आज मंगला आरती और चिक के दर्शन, ठाकुर. श्री राधावल्लभ लाल जू मंदिर श्रीधाम वृन्दावन
आप भी करें श्रीकृष्ण-राधा की दर्शन
गोकुल में आज और मथुरा में कल मनायी जाएगी जन्माष्टमी
गोकुल में आज और मथुरा में कल कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी. इस बार कोरोना काल में जन्माष्टमी पड़ रही है. जिसकी वजह से इस बार जन्माष्टमी पर धूमधाम पिछले वर्षों के मुकाबले कम रहेगी. कोरोना संकट की वजह से इस बार नंद गांव में सैकड़ों वर्षों से चली आ रही 'खुशी के लड्डू' बांटे जाने की परम्परा भी नहीं निभाई जाएगी. मथुरा के मंदिरों में भी प्रसाद नहीं बांटा जाएगा. मंदिरों में सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई का पालन किया जाएगा. मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक है.
जन्माष्टमी की तिथि और शुभ मुहूर्त
जन्माष्टमी की तिथि: 11 अगस्त और 12 अगस्त.
अष्टमी तिथि प्रारंभ: 11 अगस्त 2020 को सुबह 09 बजकर 06 मिनट से.
अष्टमी तिथि समाप्त: 12 अगस्त 2020 को सुबह 05 बजकर 22 मिनट तक.
रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ: 13 अगस्त 2020 की सुबह 03 बजकर 27 मिनट से.
रोहिणी नक्षत्र समाप्त: 14 अगस्त 2020 को सुबह 05 बजकर 22 मिनट तक.
रोहिणी नक्षत्र में हुआ था भगवान श्रीकृष्ण का जन्म
जन्माष्टमी के दिन लोग भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उपवास रखने के साथ ही भजन-कीर्तन और विधि-विधान से पूजा करते हैं. ज्योतिषियों के अनुसार भगवान श्री कृष्ण के जन्म अष्टमी तिथि के रोहिणी नक्षत्र में 12 बजे रात में हुआ था. इसलिए इसी नक्षत्र और तिथि में जन्माष्टमी मनाई जाती है. इस बार रोहिणी नक्षत्र 13 अगस्त की सुबह 03 बजकर 27 मिनट पर शुरू हो रहा है.
आज 9 बजे से शुरू हो जाएगी अष्टमी तिथि
11 अगस्त को सूर्योदय के बाद ही अष्टमी तिथि शुरू होगी. अष्टमी तिथि मंगलवार, 11 अगस्त सुबह 9:06 बजे से शुरू हो जाएगी. यह तिथि बुधवार, 12 अगस्त सुबह 11:16 मिनट तक रहेगी. वैष्णव जन्माष्टमी के लिए 12 अगस्त का शुभ मुहूर्त बताया गया है. बुधवार रात 12.05 बजे से 12.47 बजे तक बाल-गोपाल की पूजा-अर्चना की जा सकती है.
गृहस्थ लोग आज मनाएंगे जन्माष्टमी
जगन्नाथ पुरी, बनारस और उज्जैन में कृष्ण जन्माष्टमी 11 अगस्त को मनाई जाएगी. क्योंकि 11 अगस्त से अष्टमी तिथि आरंभ होगी.
नंदगांव में आज और मथुरा में कल मनायी जाएगी जनमाष्टमी
श्रीकृष्ण जन्मस्थान मथुरा में 12 अगस्त को जन्मोत्सव मनाया जाएगा, तो नंदबाबा के गांव नंदगांव में एक दिन पहले आज मनेगा. श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा के अनुसार जन्मस्थान पर 12 अगस्त को जन्मोत्सव मनाया जाएगा. रात 12 बजे प्राकट्यय दर्शन होंगे और प्राकट्य आरती होगी. 12 बजकर 10 मिनट से 12 बजकर 20 मिनट तक जन्म महाभिषेक होगा.
कोरोना संक्रमण के चलते इस बार श्रद्धालु कान्हा के जन्मोत्सव के दर्शन नहीं कर पाएंगे. मंदिरों में केवल प्रबंधन से जुड़े लोग ही मौजूद रहेंगे. श्रीकृष्ण जन्मस्थान से महाभिषेक का टीवी चैनलों के जरिए लाइव प्रसारण होगा.