कृष्णानंद राय हत्याकांड में गाजीपुर कोर्ट में आज होगी सुनवाई, अफजाल और मुख्तार अंसारी होंगे पेश, ये हैं आरोप
गाजीपुर के चर्चित कृष्णानंद राय हत्यकांड में एमपी-एमएलए कोर्ट में सोमवार को अफजाल अंसारी और मुख्तार अंसारी की पेशी होगी. बीते दिनों हुई पेशी में सांसद अफजाल अंसारी की तरफ से एक और मुख्तार अंसारी की तरफ से दो गवाह पेश किए गए. मुख्तार की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई थी.
Varanasi: प्रदेश के चर्चित कृष्णानंद राय हत्याकांड मामले में सोमवार को गाजीपुर एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई होगी. भाजपा के तत्कालीन विधायक कृष्णानंद राय सहित सात लोगों की वर्ष 2005 में दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी. मामले में मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी की बीते दिनों कोर्ट में पेशी हुई थी. सोमवार को एक बार फिर कोर्ट में सुनवाई होगी.
कृष्णानंद राय की हत्या के बाद सांसद अफजाल अंसारी और मुख्तार अंसारी पर मुकदमा कायम हुआ था. दोनों की तरफ से बीते दिनों एमपी-एमएलए कोर्ट में पेशी के दौरान सफाई साक्ष्य पेश किए गए. अब इस मामले में सोमवार को एक बार फिर कोर्ट में सुनवाई होगी.
अफजाल ने एक मुख्तार ने दो गवाह किए पेश
शासकीय अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव के मुताबिक गैंगस्टर एक्ट के मामले में 21 फरवरी को सांसद अफजाल अंसारी कोर्ट में पेश हुए. अफजाल की तरफ से उनकी पत्रावली सफाई साक्ष्य के लिए एक गवाह पेश किया गया. अगली पेशी 23 फरवरी कोर्ट की ओर से तय की गई थी. वहीं मुख्तार अंसारी की तरफ से भी दो गवाह पेश किए गए. मुख्तार अंसारी के मामले में सफाई का साक्ष्य पूरा हो गया है. मुख्तार की पत्रावली पर बहस 27 फरवरी तारीख को होगी. मुख्तार अंसारी की ऑनलाइन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोर्ट में पेशी हुई थी.
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गैंगस्टर एक्ट का मामला है दर्ज
वर्ष 2007 में कृष्णानंद राय हत्याकांड मामले में सांसद अफजाल अंसारी पर भी गैंगस्टर एक्ट का मामला दर्ज किया है. 29 नवंबर 2005 को भाजपा के मोहम्दाबाद सीट से तत्कालीन विधायक कृष्णानंद राय समेत कुल सात लोगों की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. कृष्णानंद राय ने मुख्तार और अफजाल अंसारी के प्रभाव क्षेत्र वाली मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट पर साल 2002 में जीत दर्ज की थी. उन्होंने अफजाल अंसारी को हराकर इस सीट पर जीत हासिल की थी. विधायक राय की जीत अंसारी परिवार को खुली चुनौती लगी और इसके बाद हत्याकांड को अंजाम दिया गया.
हत्यकांड के समय जेल में था मुख्तार अंसारी
कृष्णानंद राय के भांवरकोल ब्लॉक के सियाड़ी गांव में आयोजित एक स्थानीय क्रिकेट प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाए गए था. वह मैच का उद्घाटन कर वापस आ रहे थे, तभी बसनिया चट्टी के पास पहले से मौजूद हमलावरों ने उनके काफिले पर हमला कर दिया. ताबड़तोड़ फायरिंग में करीब 500 राउंड गोली दागी गई, जिसके फलस्वरूप कृष्णानंद राय की गाड़ी जगह-जगह से छलनी हो गई. इस हमले में विधायक कृष्णानंद राय सहित कुल सात लोगों की मौत मौके पर ही हो गई. हत्याकांड की पूरे यूपी में चर्चा हुई थी. हत्याकांड के समय मुख्तार अंसारी जेल में था. लेकिन, उसको ही इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड माना गया.