Kumbh Mela 2021 Date & Place, Tithi, 1st Shahi Snan Dates, Haridwar Mahakumbh, Guidelines, Importance: ग्रहों के अद्भूत चाल और कोरोना के कारण इस बार हरिद्वार का कुंभ मेला प्रभावित हो रहा है. यह इस वर्ष 11वें साल बाद पड़ रहा है. आमतौर पर इसे हर 12वें वर्ष में मनाने की परंपरा है. ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार बृहस्पति के कुंभ राशि और सूर्य के मेष राशि में आने से ऐसा संयोग बनता है. इस बार 11 मार्च शिवरात्रि के अवसर पर कुंभ मेला 2021 का पहला शाही स्नान होगा. वहीं, तीसरा मुख्य शाही स्नान 14 अप्रैल को मेष संक्रांति के अवसर पर होगा. कोरोना के कारण इस बार कुछ पाबंदियां होंगी. आइये देखते हैं…
आपको बता दें कि इस बार कुंभ मेला महज 48 दिनों का ही होगा. आमतौर पर इसे 120 दिनों के लिए मनाया जाता था. यह इस शताब्दी का दूसरा मेला होने वाला है. इसमें 13 अखाड़े के लोग भारी संख्या में इकट्ठा होते है. कुंभ स्नान समेत अन्य धार्मिक कार्यों को किया जाता है.
आपको बता दें कि हर साल सूर्य का मेष राशि में आगमन 14 अप्रैल को होता है. जबकि, हर 12 साल बाद ब्रहस्पति का कुंभ राशि में आगमन होता है. लेकिन, इस बार 11वें साल में ही 5 अप्रैल को आगमन हो रहा है.
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कुंभ मेला 2021 में पहला शाही स्नान: 11 मार्च शिवरात्रि
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कुंभ मेला 2021 में दूसरा शाही स्नान: 12 अप्रैल सोमवती अमावस्या
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कुंभ मेला 2021 में तीसरा मुख्य शाही स्नान: 14 अप्रैल मेष संक्रांति
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कुंभ मेला 2021 में चौथा शाही स्नान: 27 अप्रैल बैसाख पूर्णिमा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान पवित्र नदी में स्नान करना शुभ होता है. ऐसा मान्यता है कि इस दौरान तीन डुबकी लगाने से सभी पाप नष्ट हो जाते है और मनुष्यों को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल में ही कहा था कि कोरोना काल में कुंभ मेले 2021 का आयोजन किया जाएगा.
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यहां आने वाले लोगों को पंजीकरण करवाना होगा.
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जो ट्रेन या बस से यहां पहुंचेंगे उन्हें कोविड के सभी नियमों का पालन करना होगा, थर्मल स्क्रीनिंग समेत अन्य व्यवस्था राज्य सरकार करेगी
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मास्क लगाने वालों को ही कुंभ स्नान करने की अनुमति दी जाएगी.
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तट पर जूता पहनने की सख्त मनाही होगी
Posted By: Sumit Kumar Verma