पश्चिम बंगाल में अगले साल पंचायत चुनाव होने वाला है. लेकिन तृणमूल सरकार की ओर से तैयारियां अभी से शुरु कर दी गई है. ऐसे में तृणमूल पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष (Kunal Ghosh) को और भी बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी गई है. अब कुणाल घोष को पूर्वी मेदिनीपुर जिले की जिम्मेदारी दी है. यहां पर नंदीग्राम विधायक और राज्य के विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari ) है. ऐसे में शुभेन्दु अधिकारी के खिलाफ लड़ाई लड़ने कुणाल घोष नंदीग्राम जाएंगे. कुणाल घोष लंबे समय से राजनीति में हैं, लेकिन कुणाल कभी भी तृणमूल की जिम्मेदारी लेकर कोलकाता से बाहर नहीं गये हैं, लेकिन अब वह शभेंदु अधिकारी के जिले में होने वाले पंचायत और हल्दिया उपचुनाव की रणनीति तैयार करेंगे. राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल शुभेंदु अधिकारी से मुकाबला के लिए कुणाल घोष को मैदान में उतारा है.
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कुणाल घोष ने पार्टी द्वारा दिखाई गये विश्वास की सराहना करते हुए कहा कि मैं पार्टी के प्रति वफादार हूं और बुरे वक्त का सिपाही हूं. जिम्मेदारी सौंपे जाने पर टीम कभी पीछे नहीं हटी. इस बार भी पीछे हटने का सवाल ही नहीं है. संगठन को देखने का काम जिले के प्रभारी लोग करेंगे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी ने मुझे पूर्व मेदिनीपुर में सभी के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए काम करने को कहा है. मैं अपनी पूरी ताकत से ऐसा करूंगा. शुभेन्दु को जवाब देने का वक्त आ गया है अब शुभेन्दु को खुद को संभाल ले. वरना तृणमूल की आंधी कहीं शुभेन्दु को बहा मत दें.
दुर्गा पूजा के बाद तृणमूल की ओर से जिला जिला में विजया सम्मेलन किया जा रहा था.इस दौरान पूर्व मेदिनीपुर में कुणाल घोष ने कई जगहों पर सभा व बैठक की है. हालांकि नंदीग्राम जिले में उनकी गतिविधि ध्यान देने योग्य थी. नंदीग्राम में विजया सम्मेलन में ममता के चुनावी एजेंट शेख सूफियान को सम्मानित करने में कुणाल की भूमिका भी अहम है. ऐसे में अब मेदिनीपुर में अब एक और चुनावी जंग शुरु होने जा रहा है. कुणाल को आज से ही कार्य शुरु करने का निर्देश दिया गया है.
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