कुड़मियों का बंगाल बंद 8 जून को, सरकार को दी सख्त चेतावनी
सिद्धांत माड्डी ने कहा कि सरकार यदि हमारी बात नहीं मानती है, तो आगामी दिनों में वृहत आंदोलन होगा. कुड़मी समाज के लोग एसटी का दर्जा पाने की मांग को लेकर समय-समय पर आंदोलन कर रहे हैं.
कुड़मी जाति को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की पहल के विरोध में आठ जून को 22 आदिवासी संगठनों का मोर्चा यूनाइटेड फोरमऑफ ऑल आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन (यूएफएएओ) पश्चिम बंगाल ने 12 घंटे बंद का एलान किया है. संगठन के पश्चिम बर्दवान जिला के संयोजक सिद्धांत माड्डी ने कहा कि जिला में एनएच-19 सहित दस जगहों पर सड़क अवरोध किया जायेगा. इस आंदोलन में रेल को नहीं रोका जाएगा.
सरकार यदि हमारी बात नहीं मानती है, तो आगामी दिनों में वृहत आंदोलन होगा. गौरतलब है कि कुड़मी समाज के लोग एसटी का दर्जा पाने की मांग को लेकर समय-समय पर आंदोलन कर रहे हैं. वे अपनी आंदोलन में मुख्य रूप से रेलवे को निशाना बना रहे हैं और ट्रेन अवरोध कर दे रहे हैं.
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यह आंदोलन लगातार कई दिनों तक चलता रहता है. जिससे रेलवे को भारी नुकसान होता है. ट्रेन को रोके जाने से यात्रियों को भारी परेशानियों सा सामना करना पड़ता है. यूएफएएओ के नेता श्री माड्डी ने कहा कि गैर आदिवासी क्षत्रिय कुड़मियों ने आदिवासियों के इतिहास को विकृत किया है. इसी वजह से हमने 12 घंटे का पश्चिम बंगाल बंद बुलाया है.