यूपी बोर्ड रिजल्ट 2023: कुशाग्र पांडेय 10वीं में रहे प्रदेश के सेकेंड टॉपर, बोले- जितना पढ़ाई की मन लगाकर की
UP Board Result 2023 : इस बार हाई स्कूल में जहां सीतापुर की प्रियांशी सोनी ने पहला स्थान हासिल करके अपने जिले का नाम रोशन किया है. तो, वहीं कानपुर देहात के कुशाग्र पांडे ने दूसरे स्थान प्राप्त करके जिले का नाम रोशन किया है.
UP Board Result 2023 : यूपी बोर्ड परीक्षा के हाई स्कूल का परिणाम घोषित हो चुका है. इस बार हाई स्कूल में जहां सीतापुर की प्रियांशी सोनी ने पहला स्थान हासिल करके अपने जिले का नाम रोशन किया है. तो, वहीं कानपुर देहात के कुशाग्र पांडे ने दूसरे स्थान प्राप्त करके जिले का नाम रोशन किया है. कुशाग्र पांडे के गांव में बधाई देने के लिए उसके घर के बाहर रिश्तेदारों व पड़ोसियों का तांता लग गया है. कानपुर देहात के मंगलपुर कस्बे में रहने वाले कुशाग्र पांडे आर्य भट्ट विद्या मंदिर में हाईस्कूल में पढ़ते हैं.
कुशाग्र पांडे के कस्बे में बना हुआ है जश्न का माहौल
कुशाग्र पांडे ने कड़ी मेहनत के साथ कानपुर देहात का नाम रोशन करते हुए यूपी बोर्ड की परीक्षा में उत्तर प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. कुशाग्र पांडे के दूसरे स्थान प्राप्त करने की जानकारी होते ही कुशाग्र पांडे के कस्बे में जश्न का माहौल बन गया है.स्कूल प्रबंधक व शिक्षकों ने कुशाग्र पांडे के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उसका उत्साह वर्धन किया है. हाई स्कूल में दूसरे नंबर पर आने वाले कुशाग्र पांडे ने साथियों के साथ जश्न मनाया.
सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को
कुशाग्र पांडे ने बातचीत करते हुए कहा कि वह सभी को धन्यवाद करना चाहता है. उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है. कुशाग्र ने कहा कि मेरी सफलता के पीछे मेरे माता-पिता व मेरे गुरुजनों का हाथ है. मैं अपने से छोटे सभी भाई बहनों को सिर्फ यही कहना चाहता हूं कि सफलता का मूल मंत्र है थोड़ा पढ़ो लेकिन मन लगाकर पढ़ो. कुशाग्र ने कहा कि वह पढ़ाई पूरी करने के बाद एक अच्छा डॉक्टर बनना चाहते हैं.
18 मार्च को शुरू हुआ था मूल्यांकन
गौरतलब है कि यूपी बोर्ड की कक्षा 10वीं और 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने का कार्य 18 मार्च से शुरू हुआ था. कॉपियों के मूल्यांकन के लिए 1,43,933 परीक्षक लगे थे. ओएमआर शीट पर पहली बार हुई हाईस्कूल की 20 अंकों की परीक्षा का मूल्यांकन परीक्षा के दौरान ही शुरू करा दिया गया था. उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन का कार्य रिकॉर्ड तोड़ते हुए निर्धारित तारीख एक अप्रैल से पहले ही यानी 31 मार्च को ही पूरा कर लिया गया था. रिकॉर्ड के संकेत पहली बार तय तिथि के एक दिन पहले संपन्न हुए मूल्यांकन से मिल भी गए हैं.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी