प्रसूता ने एक पैर की बच्ची को दिया जन्म,डॉक्टर ने बताया गर्भ के समय किन कारणों से होता है ऐसा…

मुंगेर: सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष में ऑपरेशन द्वारा धरहरा निवासी एक गर्भवती महिला ने एक पैर वाली बच्ची को जन्म दिया. इसे देखने अस्पताल में महिलाओं की भीड़ जुटने लगी. बताया गया कि धरहरा प्रखंड के करैली टोला गांव निवासी 22 वर्षीय महिला खुशबू कुमारी को प्रसव पीड़ा होने पर 19 जून को धरहरा पीएचसी से मुंगेर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था. जहां जांच के दौरान गर्भाशय में बच्चा उल्टा पाया गया. इसके बाद उस समय ड‍्यूटी कर रहे चिकित्सक डा.गोविंद ने ऑपरेशन कर प्रसव कराने की बात कही. इसके लिए महिला के परिजनों ने 3 यूनिट ब्लड का प्रबंध किया. जिसके बाद शनिवार को गर्भवती का सीजेरियन कर प्रसव कराया गया. जिसमें गर्भवती ने एक पैर वाली बच्ची को जन्म दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 22, 2020 12:29 PM

मुंगेर: सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष में ऑपरेशन द्वारा धरहरा निवासी एक गर्भवती महिला ने एक पैर वाली बच्ची को जन्म दिया. इसे देखने अस्पताल में महिलाओं की भीड़ जुटने लगी. बताया गया कि धरहरा प्रखंड के करैली टोला गांव निवासी 22 वर्षीय महिला खुशबू कुमारी को प्रसव पीड़ा होने पर 19 जून को धरहरा पीएचसी से मुंगेर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था. जहां जांच के दौरान गर्भाशय में बच्चा उल्टा पाया गया. इसके बाद उस समय ड‍्यूटी कर रहे चिकित्सक डा.गोविंद ने ऑपरेशन कर प्रसव कराने की बात कही. इसके लिए महिला के परिजनों ने 3 यूनिट ब्लड का प्रबंध किया.

गर्भवती का सीजेरियन कर प्रसव कराया गया

जिसके बाद शनिवार को गर्भवती का सीजेरियन कर प्रसव कराया गया. जिसमें गर्भवती ने एक पैर वाली बच्ची को जन्म दिया. नवजात के कमर तक का भाग सामान्य है. जबकि कमर से नीचे एक पैर ही नहीं है. हालांकि जन्म के बाद नवजात बच्ची व प्रसूता दोनों स्वस्थ हैं. जिसे कंगारू मदर केयर यूनिट में रखा गया है. जहां लगातार इस बच्ची को देखने महिलाएं पहुंच रही हैं.

मेडिकल भाषा में इसे कहते हैं फोकोमेलिया

सदर अस्पताल के सर्जन चिकित्सक डा. गोविंद कुमार ने बताया कि इस तरह के केस को मेडिकल की भाषा में फोकोमेलिया कहा जाता है. गर्भ के दौरान नवजात में डेवलपमेंट में किसी प्रकार की परेशानी होने के कारण इस तरह की विकलांगता हो जाती है. कभी कभी गर्भवती द्वारा प्रेगनेंसी के दौरान किसी प्रकार की दवा खा लेने के कारण भी इस तरह की विकलांगता का शिकार गर्भ में पल रहा बच्चा हो जाता है. इसके अलावा गर्भवती महिला द्वारा डॉक्टर के बताए अनुसार फॉलिक एसिड, आयरन तथा विटामिन का इस्तेमाल नहीं करने के से भी गर्भ में पल रहे बच्चे का पूरी तरह विकास नहीं हो पाता. जिससे कभी-कभी बच्चे के अंग का कोई भाग पूरी तरह नहीं विकसित हो पाता.

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