Lajward Stone: बिजनेस और नौकरी में लगातार हो रहे नुकसान तो पहने ये रत्न, तरक्की के खुलेंगे द्वार
Lajward Stone: अगर आपके कारोबार में तरक्की नहीं हो रही है या फिर लाभ न मिल रहा हो तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. इसका समाधान ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर सकते है. इन उपायों से आपके व्यवसाय और नौकरी में आ रही समस्याएं दूर हो सकती हैं.
Lajward Stone: अगर आपके कारोबार में तरक्की नहीं हो रही है या फिर लाभ न मिल रहा हो तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. इसका समाधान ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर सकते है. इन उपायों से आपके व्यवसाय और नौकरी में आ रही समस्याएं दूर हो सकती हैं. लाजवर्त को शनि, राहु और केतु की पीड़ा के समय धारण किया जाता है. यदि अपकी कुंडली में ये तीनों ग्रह दूषित हो, पीड़ा दे रहे हों तो इसे धारण करने से लाभ होता है. लाजवर्त शनि और राहु-केतु के समस्त दोषों और बुरे प्रभावों को समाप्त करता है.
लाजवर्त को धारण करने के बाद व्यक्ति पर राहु, शनि और केतु का दुष्प्रभाव खत्म हो जाता है. शनि, राहु और केतु के प्रकोप से बचाता है और दुर्भागय को दूर कर के व्यक्ति को सफलता दिलाता है. व्यक्ति पर बुरी नजर, काला जादू , टोने – टोटके का प्रभाव नहीं होता है. लाजवर्त कोई भी व्यक्ति धारण कर सकता है. आइए जानते है ज्योतिष एवं रत्न विशेषज्ञ संजीत कुमार मिश्रा से कि इस रत्न को कब और कैसे धारण करने पर फायदा मिलेगा…
लाजवर्त रत्न धारण करने काला जादू खत्म करता है और बुरी नजर से बचाव करता है. यदि आपको राहु और केतु की महादशा या अन्तर्दशा चल रही है, तो आप लाजवर्द धारण कर सकते है. वहीं, नौकरी और व्यवसाय में आ रही अड़चनों को दूर करता है. इसके साथ ही पितृ दोष को खत्म करता है. लाजवर्त रत्न विद्यार्थियों के लिए अत्यंत लाभदायक होता है.
लाजवर्त विद्यार्थी का आत्म विश्वास बढ़ा देता है और विद्यार्थी की शिक्षा में एकाग्रता भी बढ़ जाती है. लाजवर्त को धारण करने के बाद धीरे-धीरे आपके व्यवसाय में तरक्की होती है. यदि व्यवसाय काला जादू या टोना-टोटका की वजह से मंदा चल रहा है तो आपको लाजवर्त धारण करने से लाभ अवश्य मिलेगा. अगर घर में बरकत नहीं होती है तो बरकत होने लगती है.
अगर आपके शत्रु ज्यादा है या आपका शत्रु आपको परेशान करता है या आप पर जादू टोना करवाता है तो आपका उसके किए हुए जादू टोना से बचाव करता है. इस रत्न को धारण करने पर आपका शत्रु आपके सामने शक्तिहीन हो जाता है. लाजवर्त को धारण करने से डिप्रेशन-तनाव दूर होता है.
लाजवर्त राहु, केतु और शनि द्वारा आ रही बाधाओं को दूर करता है और व्यक्ति को सफलता मिलने लगती है. लाजवर्त को धारण करने के बाद व्यक्ति का दुर्घटना और एक्सीडेंट से बचाव रहता है. यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है तो आपको लाजवर्त धारण करने से लाभ अवश्य मिलेगा.
किस दिन धारण करे कौन सा उंगली मे धारण करें
जवाब: आपको लाजवर्त शनिवार को चांदी की अंगूठी में बनवा के सीधे हाथ की मध्यमा उंगली में धारण करना है.
लाजवर्त धारण करने के लाभ
लाजवर्त शनि और राहु-केतु के समस्त दोषों और बुरे प्रभावों को समाप्त करता है.
यदि बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हों तो लाजवर्त धारण करने से लाभ पहुंचता है.
यह आकस्मिक रूप से होने वाली धन हानि, स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव करता है.
लाजवर्त बुरी नजर, जादू-टोना, नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद करता है.
संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष एवं रत्न विशेषज्ञ
मोबाइल नंबर- 8080426594-9545290847
Posted by: Radheshyam Kushwaha