लखीसराय: नक्सलियों ने डीलर के बेटे को किया रिहा, दो दिनों बाद सकुशल अपने घर लौटा दीपक
लखीसराय में नक्सलियों के द्वारा किडनैप किया गया डीलर का बेटा दीपक आज सकुशल अपने घर लौट गया है. नक्सलियों ने दीपक को रिहा कर दिया है. शनिवार रात नक्सलियों ने दीपक का अपहरण कर लिया था.
लखीसराय: पीरीबाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत चैरा राजपुर पंचायत के चौकड़ा गांव से शनिवार की रात नक्सलियों के द्वारा अपहरण किये गये डीलर भागवत प्रसाद के पुत्र दीपक कुमार को नक्सलियों ने रिहा कर दिया है. दीपक सही सलामत अपने घर लौट गये हैं. जिसके बाद परिजनों ने राहत की सांस ली है. जिला पुलिस कप्तान सुशील कुमार के नेतृत्व में लगातार छानबीन की जा रही थी. दीपक की सकुशल बरामदगी को लेकर लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा था.
नक्सलियों द्वारा अपहरण किये गये दीपक का जब 48 घंटे बीत जाने के बावजूद कोई सुराग नहीं मिला था तो घर में परिजनों को किसी अनहोनी आशंका होने लगी थी. दीपक के अपहरण के दो दिन बीत जाने के बाद भी सुराग नहीं मिल पाने से परिवार के सभी लोगों के साथ ही ग्रामीणों के चेहरे पर भी चिंता की लकीरें देखी जा रही थी. घटना के बाद से ग्रामीण भी भय के माहौल में रहे. वहीं अपहरण की घटना से भयभीत परिजनों के घरों में दो दिन से चूल्हा तक नहीं जला. अपहृत दीपक के सकुशल वापस लौटने के बाद अब परिजनों में भी खुशी लौटी है.
दीपक के अपहरण में नक्सली कमांडर अर्जुन कोड़ा एवं नारायण कोड़ा के दस्ते का हाथ होने की भी बात कही जा रही है. हालांकि इस संबंध में खुलकर कोई भी पुलिस पदाधिकारी नहीं बोल रहे हैं. वहीं चर्चाओं की अगर बात करें तो घटना को अर्जुन कोड़ा का ससुराल पुलिस मुठभेड़ में मारे गये नक्सली प्रमोद कोड़ा के गांव लठिया के साहेब टोला में है तथा अर्जुन लगातार इस क्षेत्र में भ्रमण करता रहता है.
लोगों में चर्चा है कि अर्जुन के द्वारा पूरे प्लान के साथ दीपक के अपहरण की घटना को अपने 50 से अधिक सहयोगियों के साथ अंजाम दिया था. जिसमें उसके दस्ते के कई हार्डकोर नक्सली शामिल थे. जिसमें उसका खास सहयोगी प्रमोद कोड़ा मारा गया.
Published By: Thakur Shaktilochan