Lakshadweep Tourist Places: लेकसिडिव सागर का चांदी के तरह चमकता पानी और समुद्र तटों पर ताड़ के लहराते पेड़ जिसको देखकर मन खुश हो जाता है. वहां का सूर्योदय और सूर्यास्त देखकर ऐसा लगता है जैसे सूरज अपने कॉटेज से चंद दूरी पर स्थित है. समुद्र में डॉल्फ़िन मछली नावों के साथ-साथ तैरती हैं. अपने देश में स्थित लक्षद्वीप मालदीव के इतना ही खूबसूरत है, लेकिन यह अधिक आकर्षक है क्योंकि यहां की कुछ रहस्यमयी जगहों के बारे में लोगों को नहीं मालूम है. केरल में कोच्चि से 406 किलोमीटर पश्चिम में स्थित 36 अंगूठी के आकार के द्वीपों का समूह है.
यह द्वीपसमूह तब से अपने तरफ ध्यान आकर्षित कर रहा है जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में दौरा किया. इस दौरान उनकी स्नॉर्कलिंग तस्वीर वायरल हो गई. इसके बाद हुए मालदीव विवाद ने इस केंद्र शासित प्रदेश को और हाईलाइट कर दिया. तब से इसे देश के कई मशहूर हस्तियों की बेस्ट पिकनिक स्पॉट के लिस्ट में जगह मिल गई है.
लक्षद्वीप 32 वर्ग किमी के क्षेत्र को कवर करता है, जिसमें 10 द्वीप बसे हुए हैं, जिनमें बांगरम, कदमत, कवरत्ती, कल्पेनी, मिनिकॉय, अगत्ती, चेरियाम, थिन्नकारा और सुहेली यहां आने वाले टूरिस्टों के लिए खुले हुए हैं. बंगाराम सबसे लोकप्रिय स्पॉट है, जबकि सुहेली में 2026 में ताज रिसॉर्ट खुलने वाला है. यहां केवल मछुआरे आते हैं क्योंकि यह उथला जल क्षेत्र (लैगून) हैं. लक्षद्वीप पर्यटन के सहायक निदेशक एएम हुसैन सुहेली यहां के सुंदरता को स्वर्ग बताते हैं. यहां आने वाले टूरिस्टों को उथला जल क्षेत्र के किनारों (लैगून) पर दिन में पानी का चार-पांच रंग देखने को मिल सकता है.
तीन द्वीपों पर 97 में से 61 कॉटेज तैयार हैं. इनमें बंगाराम में 31, मिनिकॉय में 20 कॉटेज और कावारत्ती में 16 बेड वाला रिसॉर्ट शामिल है. थिन्नकारा में लगभग 15 ऑफ-व्हाइट टेंटाइल टेंटों का निर्माण कार्य चल रहा है, जिनके अगले सीज़न तक खुलने की उम्मीद है. सुहेली में आगामी ताज संपत्ति में 60 समुद्र तट विला और 50 जल विला में 110 कमरे होंगे, जबकि कदमत में होटल में 35 वाटर विला सहित 110 कमरे होंगे. अगर आप ठहरने के लिए और अधिक प्राइवेसी वाला स्थान खोज रहे हैं तो अगत्ती और कावारत्ती में करीब 10 निजी होमस्टे हैं जबकि मिनिकॉय में सात हैं.
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यहां के अधिकारियों का कहना है कि जो चीज लक्षद्वीप को मालदीव से अलग करती है वो इसके बड़े द्वीप और अलग-अलग उथला जल क्षेत्र (लैगून) की गहराई है. साथ ही यहां की मदहोश कर देने वाली हवाएं.बता दें कि स्कूबा डाइविंग, स्नोर्केलिंग, विंडसर्फिंग, जेट-स्कीइंग और बोटिंग सहित कई पानी में खेले जाने वालों खेलों का आंनद ले सकते हैं. साथ ही यहां आने वाले टूरिस्ट पुकुथु, मसप्पम, किलांजी और लैगून मछली करी जैसे अनोखे स्थानीय व्यंजनों का आंनद ले सकते हैं. एक और खास बात यहां टूरिस्ट सरकारी रिसॉर्ट्स में भी शराब खरीद सकते हैं.
बता दें कि लक्षद्वीप के लोग शुरू में यहां आने वाले टूरिस्टों में दिलचस्पी नहीं लेते थे. इसलिए शुरुआत में वे लोग क्रूज से टूरिस्टों को केवल दिन के समय तट पर लाते थे. फिर प्रशासन ने पहले चरण में बंगाराम, कदमत और मिनिकॉय में” रिसॉर्ट बनाना शुरू किया. अब इको-टूरिज्म पर जोर देने से पर्यटन बढ़ रहा है. स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, लक्षद्वीप प्रशासन ने मिनिकॉय, सुहेली और कदमत द्वीपों में इकोटूरिज्म समुद्र तट और वाटर विला के लिए वैश्विक निविदाएं आमंत्रित की थीं. जिसमें इंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसीएल) जो ताज होटल चलाती है उसने सुहेली और कदमत में दो प्रीमियम वॉटर विला परियोजनाएं हासिल कीं, जिनके रिसॉर्ट 2026 में खुलने वाले हैं.