West Bengal : कोलकाता के थानों में मौजूद सामान का डिजिटल डेटा बना रहा लालबाजार
वेबसाइट हर वस्तु पर नजर रखने के लिए बनायी गयी है. थाने में, बटालियन में या फिर किसी भी विभाग में मौजूद प्रत्येक सामान, जो किसी भी जगह ले जाया जा सके, उन सामान पर एक अलग कोड नंबर मौजूद रहेगा.
काेलकाता, विकास कुमार गुप्ता : कोलकाता पुलिस के दायरे में पड़नेवाले सभी थानों के अलावा बटालियन एवं अन्य दफ्तरों में एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाये जानेवाले सामान का डिजिटल डेटा लालबाजार (LalBazar) तैयार कर रहा है. लालबाजार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई बार ऐसी परिस्थिति आ जाती है कि थाना क्षेत्र में अशांति होने पर स्थानीय थाने में स्थिति का मुकाबला करने के लिए पर्याप्त डंडे, हेलमेट, बंदूकें, जैकेट नहीं होने की बात सामने आती है. ऐसी स्थिति में उस थाने के पुलिसकर्मियों को लालबाजार से उक्त सामान के मिलने का ऑर्डर जारी होने का इंतजार करना पड़ता था. इधर, दूसरी तरफ बाद में पता चलता था कि पास के जिस पुलिस स्टेशन में उन सामान की जरूरत थी, उसके पास के थाने में ही पर्याप्त उपकरण मौजूद था. लालबाजार से डंडा, जैकेट, हेलमेट उक्त थाने में भेजने में समय लग जाता था, कई बार इस हालत में स्थिति हाथ से बाहर होने का डर लगा रहता था.
इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम से अपग्रेड हो रहा लालबाजार
लालबाजार के वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि इस समस्या के समाधान के लिए लालबाजार एक वेबसाइट तैयार कर रहा है. इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम नाम के की इस वेबसाइट के जरिए कोलकाता पुलिस का कोई भी विभाग, चाहे वह थाना हो या बटालियन, एक क्लिक से जान सकेंगे कि किस पुलिस स्टेशन या बटालियन या किस पुलिस के विभाग में कौन से उपकरण कितनी संख्या में उपलब्ध हैं. इसकी पूरी जानकारी उपलब्ध हो जायेगी. परिणामस्वरूप, अशांत परिस्थितियों में पुलिसकर्मियों के हाथों तक आवश्यक सामग्री शीघ्रता से पहुंचाना संभव हो सकेगा.
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पुलिस के किस विभाग में कौन-सा सामान कितना मौजूद है, इसकी पूरी जानकारी उपलब्ध रहेगी
यह वेबसाइट कोलकाता पुलिस के किसी भी थाने में मौजूद सामान के स्टॉक का लेखा-जोखा रखने के अलावा, प्रत्येक पुलिस स्टेशन की आंतरिक साज-सज्जा और ट्रैफिक गार्ड से लेकर पुलिस स्टेशन कहां हैं, उनके पास क्या सामग्री है, सारी जानकारी उपलब्ध करायेगी. उन्हें कब और किस कीमत पर खरीदा गया, इसकी भी जानकारी इसमें उपलब्ध होगी.
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क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (संगठन) सैयद वकार रेजा ने कहा कि यह वेबसाइट हर वस्तु पर नजर रखने के लिए बनायी गयी है. थाने में, बटालियन में या फिर किसी भी विभाग में मौजूद प्रत्येक सामान, जो किसी भी जगह ले जाया जा सके, उन सामान पर एक अलग कोड नंबर मौजूद रहेगा. उस कोड नंबर में उस सामान के बारे में सारा विवरण मौजूद रहेगा. परिणामस्वरूप अब किसी भी सामान की जरूरत पड़े तो उसे खरीदने के पहले यह देखा जा सकेगा कि वह सामान किसी भी विभाग में बिना इस्तेमाल के वैसे ही पड़ा तो नहीं है.
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सभी डिविजनों को इन्वेंट्री मैनेजमेंट के तहत लाया जायेगा
ऐसा होने पर उसे इस्तेमाल में लाया जा सकेगा. परिणामस्वरूप, वित्तीय पारदर्शिता बनी रहेगी.अब तक इस प्रणाली को सबसे पहले कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार के अलावा कोलकाता के एसएसडी डिवीजन में लागू किया गया है. अब इसे सभी डिविजनों को इन्वेंट्री मैनेजमेंट के तहत लाया जायेगा. ऐसी स्थिति में विभिन्न विभागों में जो सामान मौजूद है, उन्हें इस सिस्टम के तहत लाने के लिए इस वेबसाइट में अपलोड करने को कहा गया है. पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल ने 10 दिसंबर तक इस प्रणाली को सभी विभागों में लागू करने का आदेश दिया है.
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