पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले महागठबंधन बनाने की कोशिश में लगी लेफ्ट दलों ने बड़ा दांव खेला है. लालू यादव की पार्टी राजद को अपने पाले में लाने के लिए वाममोर्चा ने अपनी जीती हुई सीट जमुरिया देने का फैसला कर लिया है. बताया जा रहा है कि सीपीएम अपने कोटे से राजद को जमुरिया सीट दे सकती है. इस सीट पर वर्तमान में सीपीएम के वरिष्ठ नेता जहांआरा खान विधायक हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तेजस्वी यादव (tejashwi yadav) को अपने पाले में लाने के लिए सीपीएम ने जमुरिया सीट देने का फैसला किया है. इसका एलान गठबंधन के घटक दलों द्वारा कभी भी किया जा सकता है. जमुरिया वर्तमान में सीपीएम की सीटिंग सीट है और दिग्गज नेता जहांआरा खान विधायक है.
अन्य सीटों पर फैसला नहीं- सूत्रों की मानें तो राजद ने बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन से 6 सीटों की मांग की है. राजद के महासचिव श्याम रजक इसको लेकर वाममोर्चा के नेता विमान वासु से मिल भी चुके हैं. वहीं आज रजक की मुलाकात सीपीएम स्टेट सेक्रेटरी सूर्यकांत मिश्रा से होनी है.
कब होगा सीटों का एलान– राज्य विधानसभा चुनाव को लेकर वाममोर्चा और कांग्रेस के बीच साथ सीटों के तालमेल पर फैसला हो चुका है और बहुत जल्द इसका एलान कर दिया जायेगा. जानकारी के मुताबिक, बंगाल चुनाव के लिए वाममोर्चा और कांग्रेस के बीच आखिरकार सीटों के तालमेल पर समझौता हो गया है. सीट समझौते की घोषणा 28 फरवरी को कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में होनेवाली साझा रैली के बाद कर दी जायेगी.
सूत्रों के मुताबिक, तय सीट समझौते में फुरफुरा शरीफ के अब्बास सिद्दिकी के इंडियन सेकुलर फ्रंट को भी शामिल किया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने पहले वाममोर्चा से 130 सीटें मांगी थी, मगर अब कांग्रेस करीब 100 सीटों पर लड़ेंगी और सेकुलर फ्रंट को करीब 30 सीटें दी जा सकती हैं. हालांकि, सूत्रों के मुताबिक सेकुलर फ्रंट ने पहले 60 सीटों की मांग की थी
Posted By : Avinish kumar mishra