राजकुमार रंजन: दरभंगा जिला निबंधन कार्यालय को हाइटेक किया जा रहा है. रजिस्ट्री प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए अब कैमरे की निगरानी में इकरार होगा. हर गतिविधि सीसीटीवी कैमरे में कैद होगी. वीडियो फुटेज के साथ आवाज भी रिकॉर्ड होगा. जमीन रजिस्ट्री की हर प्रक्रिया कार्यालय परिसर में लगे कैमरे से जुड़े एलइडी स्क्रीन पर दिखेगी. इसके लिए दो एलइडी स्क्रीन सब रजिस्टार प्रकोष्ठ में लगाया गया है. तकनीक सिस्टम से जुड़े विभागीय अधिकारियों का कहना है कि नए वित्तीय वर्ष यानी एक अप्रैल से मॉनिटरिंग सेंट्रलाइज तरीके से चालू हो जाने की संभावना है.
रजिस्ट्रार प्रकोष्ठ में ऑल इन वन का दो सिस्टम लगाया गया है. इस सिस्टम के लग जाने से अब समाहरणालय स्थित एनआइसी के बजाए कार्यालय में बैठे ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यालय में बैठे सीनियर अधिकारियों से सब रजिस्टर ऑनलाइन बैठक कर सकेंगे. पहले इसके लिए समाहरणालय स्थित एनआइसी के स्टूडियो में कार्यालय का काम छोड़कर सब रजिस्टार व संबंधित अधिकारी को जाना पड़ता था.
पूरे परिसर में अंदर से लेकर बाहर तक 11 कैमरे लगाए गए हैं. इन कैमरों से इकरार हॉल, ऑफिस का हर कमरा, आरटीपीएस काउंटर, कातिबखाना एवं निबंधन कार्यालय परिसर आदि पर नजर रखी जा रही है. सभी कैमरे को ऑल इन वन सिस्टम के माध्यम से जोड़ा गया है. एक अतिरिक्त डिस्प्ले स्क्रीन भी लगाया गया है. नई सिस्टम के तहत सीसीटीवी कैमरे में आवाज रिकॉर्ड करने की भी क्षमता है. इससे फर्जी तरीके से अगर कोई व्यक्ति अधिकारियों को चकमा देकर रजिस्ट्री कराना चाहेगा, तो संभव नहीं हो सकेगा.
रजिस्ट्री ऑफिस में कामकाज सुधारने व व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कई कड़े कदम उठाए गये हैं. कर्मचारियों को सुबह 9:30 बजे तक ऑफिस पहुंच जाना है. विभाग के वरीय अधिकारी सुबह-सुबह इसका मॉनिटरिंग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करेंगे. शाम पांच बजे तक हर हाल में काम खत्म कर लेना है.
आरटीपीएस काउंटर के अलावा ऑफिस के बाहर चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, ताकि जमीन के क्रेता-विक्रेता के साथ संदिग्ध गतिविधि वाले बिचौलियों को चिह्नित किया जा सके. ऐसे तत्वों की पहचान आसानी से सब रजिस्टार प्रकोष्ठ में बैठे-बैठे अब की जा सके. सेंट्रलाइज मॉनिटरिंग व्यवस्था के चालू हो जाने पर मुख्यालय में बैठे वरीय अधिकारी व जिला में बैठे रजिस्टार सह डीएम बिचौलियों की पहचान आसानी से कर सकेंगे.
कार्यालय को हायटेक किया जा रहा है. 90 प्रतिशत इसमें सफलता पा ली गई है. ऑफिस के अंदर व बाहर चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इससे बाहरी व्यक्तियों की संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा सकेगी. रजिस्ट्री प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए अब कैमरे की निगरानी में इकरार होगा.
निगम प्रसाद ज्वाला, सब रजिस्टार