Dhanbad News: भौंरा में शुक्रवार नौ जून को अवैध खनन के दौरान चाल धंसने से बालक सहित दो लोगों की मौत व कुछ के घायल होने के मामले में बीसीसीएल प्रबंधन ने जिला प्रशासन को अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंप दी है. रिपोर्ट में बीसीसीएल प्रबंधन ने दावा किया है कि बीसीसीएल के इजे एरिया स्थित भौंरा (दक्षिण) कोलियरी में शुक्रवार को अवैध खनन के दौरान चाल धंसने की घटना में किसी की मौत नहीं हुई है और ना ही घटनास्थल से किसी का शव बरामद किया गया है. कहा गया है कि वहां से कोई घायल भी नहीं मिला. बीसीसीएल की तरफ से शनिवार को उपायुक्त को यह रिपोर्ट सौंपी गयी.
दूसरी ओर बीसीसीएल इजे एरिया के परियोजना पदाधिकारी विनोद कुमार पांडेय ने शनिवार को भौंरा ओपी में एक प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें कहा गया है कि अज्ञात लोग वहां पर कोयला चोरी करा रहे हैं. इसी बीच शनिवार को बाल संरक्षण आयोग की टीम भी वहां पहुंची. टीम ने इस मामले में बीसीसीएल को दोषी ठहराया. दूसरी ओर शनिवार को घटनास्थल पर सन्नाटा छाया रहा. अधिकारियों की टोली वहां पर जांच पड़ताल में जुटी रही, पर आम दिनों की तरह कोयला चोरी में लगे लोगों को भीड़ नहीं दिखी.
शुक्रवार को घटना के बाद लगातार वीडियो व फोटो वायरल होते रहे. घटनास्थल पर लोगों को कंधे पर लाद कर मृतक व घायलों को ले जाते देखा गया. इस क्रम में वहां पर सीआइएसएफ व पुलिस के अधिकारी व जवान भी दिखे. बाद में शव को लेकर लोगों ने हंगामा किया. इसके बाद बीसीसीएल प्रबंधन व मजदूर नेताओं के बीच वार्ता हुई. इसमें सहमति बनने पर मृतकों के परिजनों में 2.10 लाख तथा घायलों में 25-25 हजार रुपये बांटे गये. इसको लेकर अखबारों में खबर छपने से लेकर सोशल मीडिया पर भी मामला छाया रहा, हालांकि यह राशि किसने दी, इसको लेकर चुप्पी बनी रही.
बीसीसीएल इजे एरिया के परियोजना पदाधिकारी विनोद कुमार पांडेय ने अपने आवेदन में अवैध खनन में संलिप्त व्यक्तियों पर कार्रवाई की मांग की है. पुलिस को दिये गये आवेदन में भौंरा के पीओ ने लिखा है कि नौ जून को 11 बजे सूचना मिली कि भौंरा दक्षिण कोलियरी के थ्री पिट ओल्ड माइंस के ट्रांसफॉर्मर के बगल में 12 नंबर बस्ती के पास फेंसिंग तोड़ कर कुछ अज्ञात व्यक्ति कोयला चुराने के उद्देश्य से घुसे थे. इसी क्रम में कुछ लोगों के ऊपर मिट्टी गिरने के कारण उनके दबे होने की आशंका है. इसे लेकर तुरंत प्रबंधन द्वारा उक्त स्थल का निरीक्षण किया गया. इस क्रम में उस जगह पर एक शॉवेल मशीन से मलबा हटाकर देखा गया, परंतु वहां कुछ नहीं मिला.
वहां ना ही कोई घायल व्यक्ति मिला और ना ही किसी का शव मिला है. इसके बाद दोपहर एक बजे के बाद एक व्यक्ति की लाश क्षेत्रीय कार्यालय के मुख्य द्वार के सामने कुछ लोग लेकर आये और नारेबाजी करने लगे. उन लोगों ने कहा कि वह व्यक्ति खदान में मिट्टी से दब कर मर गया. इसके बाद करीब तीन बजे अपराह्न वो लोग लाश लेकर चले गये. मीडिया द्वारा कुछ लोगों के मिट्टी में दबे होने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं पाया गया. इसलिए पुलिस प्रशासन से मांग की गयी कि इसमें संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करें, ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो.
इधर, बीसीसीएल प्रबंधन ने भौंरा फोर ए पैच में चाल घंसने की घटना की प्रारंभिक जांच कर अपनी आंतरिक रिपोर्ट उपायुक्त संदीप सिंह को सौंप दी है. बीसीसीएल ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में किसी व्यक्ति के मरने या घायल होने से इंकार किया है. रिपोर्ट में बीसीसीएल ने कहा है कि घटना के संबंध में कंपनी को कोई शिकायत नहीं मिली है और ना ही कोई शव बरामद हुआ है.
दुर्घटना का जायजा लेने के लिए शनिवार को बाल संरक्षण आयोग की टीम घटनास्थल पर पहुंची. टीम में झारखंड बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सुनील वर्मा, सीडब्ल्यूसी की ममता अरोड़ा व बाल कल्याण परिषद के प्रदीप पांडेय शामिल थे. श्री वर्मा ने बताया कि जांच में पाया गया कि बीसीसीएल प्रबंधन की लापरवाही के कारण घटना हुई है. यहां महीनों से अवैध खनन हो रहा था, लेकिन संज्ञान नहीं लिया गया. आयोग जल्द ही बीसीसीएल को समन भेजेगा.
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