अलीगढ़ में कोविड से अनाथ हुए छात्रों को बांटे गए लैपटॉप, सरकार प्रतिमाह दे रही चार हजार रुपए
अलीगढ़ में कोविड से अनाथ हुए छात्रों को लैपटॉप बांटे गए. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत कोविड-19 में अनाथ हुए बच्चों की मदद की जा रही है. ताकि अनाथ बच्चों के अंदर समाज से कोई द्वेष भावना न आएं.
अलीगढ़. कोविड-19 के दौरान जिन बच्चों के माता-पिता की मौत हुई थी. उनको समाज के मुख्यधारा में बने रहने के लिए सरकार संवेदनशील है. अनाथ हुए बच्चों को योगी सरकार की तरफ से दो तरह की मदद की जा रही है. जिसमें अनाथ बच्चों को चार हजार रुपए प्रति माह सरकार की तरफ से दी जा रही है. ताकि इनको किसी प्रकार की असुविधा न हो. शिक्षा में मदद मिल सकें. वहीं दूसरी तरफ बच्चों को आधुनिक शिक्षा के लिए लैपटॉप की जरूरत होती है. इसलिए मुख्यमंत्री की तरफ से अनाथ बच्चों को लैपटॉप दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत कोविड-19 में अनाथ हुए बच्चों की मदद की जा रही है. ताकि अनाथ बच्चों के अंदर समाज से कोई द्वेष भावना न आएं.
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रेयस कुमार ने बताया कि इससे पहले 21 अनाथ बच्चों को लैपटॉप वितरित किया गया था. वहीं मंगलवार को 50 बच्चों को और लैपटॉप दिया गया. उन्होंने बताया कि अभी 40 बच्चे और बाकी हैं. जिन्हें लैपटॉप वितरित किया जाना है. जिससे बच्चे उच्च शिक्षा में नई तकनीकी और समाज के विभिन्न प्रकार की योजनाओं के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे. जिला पंचायत अध्यक्ष विजय सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत कोविड-19 में अनाथ हुए बच्चों की मदद करते हुए लैपटॉप दिया गया है. लाभार्थी अनाथ रोहन ने बताया कि हमारी अच्छी शिक्षा के लिए लैपटॉप दिया गया है और चार हजार रुपये प्रतिमाह दिये जा रहे है.
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन योजना 2021 के तहत जनपद में 13 बच्चों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता के साथ ही मुख्यमंत्री योजना के तहत चार हजार रुपये मासिक भी प्रदान किए जा रहे हैं. उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कोविड में 355 लाभार्थियों को चार हजार रुपए मासिक सहायता दी जा रही है. जिले में 111 कक्षा 09 से 12 तक के बच्चों को लैपटॉप दिया जाना है. जिसमें से 21 को लाभान्वित किया जा चुका है. 50 को आज किया गया जबकि 40 बच्चों के अभिलेखों की जांच की जा रही है. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य के तहत 419 छात्र-छात्राओं को 2500 रुपये की मासिक सहायता दी जा रही है.
रिपोर्ट- आलोक अलीगढ़