पेड़ काटने के विरोध में नाराज ग्रामीण पहुंचे खूंटी थाना, कहा- किसी भी सूरत में नहीं काटने देंगे पेड़
jharkhand news: खूंटी के टोड़ंगकेल बगीचा में पेड़ नहीं काटने को लेकर काफी संख्या में ग्रामीण थाना पहुंचे. यहां ग्रामीणों ने पेड़ नहीं काटने की गुहार लगा रहे हैं. वहीं, रैयत नकुल भगत ने घर बनाने के लिए पेड़ काटने संबंधी वन विभाग से अनुमति ले रखी है.
jharkhand news: खूंटी शहर से सटे टोड़ंगकेल बगीचा में पेड़ काटने के विवाद को लेकर रविवार को काफी संख्या में ग्रामीण खूंटी थाना पहुंचे. लाठी-डंडे से लैस होकर थाना पहुंचे ग्रामीण पेड़ काटने का भरपूर विरोध कर रहे थे. वे पुलिस से पेड़ काटने पर रोक लगाने की मांग कर रहे थे.
किसी भी हाल में पेड़ काटने नहीं देंगे
ग्रामीणों का कहना था कि एक ओर सरकार पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ का नारा देती है और वहीं दूसरी ओर काफी संख्या में पेड़ भी काटे जा रहे हैं. कहा कि टोड़ंगकेल बगीचा का सार्वजनिक प्रयोग किया जाता है. किसी भी परिस्थिति में पेड़ नहीं काटने दिया
पेड़ नहीं काटने का मिला आश्वासन
खूंटी थाना प्रभारी पिंकु कुमार यादव ने ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे. हालांकि, काफी समझाने के बाद ग्रामीणों को गांव वापस भेज दिया गया, लेकिन ग्रामीण थाना से निकलकर डीएफओ कार्यालय पहुंच गये. डीएफओ कार्यालय के बाहर भी ग्रामीण काफी देर तक अड़े रहे. ग्रामीण पेड़ नहीं काटे जाने को लेकर लिखित आश्वासन की मांग कर रहे थे. वहां रेंजर अजय लाल, सीओ मधुश्री मिश्र और थाना प्रभारी पिंकु कुमार यादव पहुंचे. उन्होंने पेड़ नहीं काटे जाने का आश्वासन दिया.
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रैयत के निजी जमीन पर पेड़, काटने की ली है अनुमति
इधर, पेड़ काटने वाले नकुल भगत ने कहा कि जिन पेड़ों को काटा जा रहा है वह उनकी निजी जमीन पर है. वे घर बनाने के लिए पेड़ कटवा रहे थे. इसके लिए उन्होंने वन विभाग से अनुमति भी ली है. कुल 21 पेड़ काटे जाने हैं. जिसमें से 6 पेड़ कट चुका है. इसके बाद ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. उन्होंने इसे बेवजह तूल देने को बता रहे हैं. वन विभाग की ओर से भी बताया गया कि पेड़ रैयत के निजी जमीन पर है. उन्होंने घर बनाने के लिए पेड़ काटने की अनुमति लिया है.
Posted By: Samir Ranjan.