Last Sawan Somwar : बरेली में सावन के आखिरी सोमवार को रात 8 बजते ही खत्म हुआ रूट डायवर्जन, अब दिल्ली दूर नहीं

रूट डायवर्जन भी खत्म हो गया. जिससे बरेली से दिल्ली, हरिद्वार, आगरा और मुरादाबाद का सफर काफी आसान हो जाएगा.

By Prabhat Khabar News Desk | August 28, 2023 9:26 PM
an image

बरेली: श्रावण (सावन) मास के आखिरी सोमवार को बरेली के शिव मंदिरों में सुबह से ही शिवभक्तों की भीड़ लग गई थी.कांवड़ियों ने जलाभिषेक कर विशेष पूजा अर्चना की, इसके साथ ही मनोकामनाएं मांगी.मंदिरों और कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल की बड़ी संख्या में तैनाती थी. श्रावण मास 4 जुलाई से शुरू हुआ था और 31 अगस्त, 2023 को समाप्त होगा, लेकिन अब श्रावण मास अपने अंतिम पड़ाव पर है. 28 अगस्त को सावन का अंतिम सोमवार है और आज रात 8 बजे से हाइवे पर रूट डायवर्जन भी खत्म हो गया. जिससे बरेली से दिल्ली, हरिद्वार, आगरा और मुरादाबाद का सफर काफी आसान हो जाएगा.

मंदिरों में सुबह से ही कांवड़ियों की भीड़

बरेली में सावन के अंतिम सोमवार, यानी आज, मंदिरों में सुबह से ही कांवड़ियों और श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई.श्रद्धालुओं ने शिवालय में जलाभिषेक करके हर-हर महादेव के जयकारे लगाए.आखिरी सोमवार को कांवड़ियों की भारी भीड़ थी और पुलिस ने कांवड़ियों और मंदिरों की सुरक्षा में कोई कमी नहीं छोड़ी. कांवड़ियों के आने वाले मार्ग पर जगह-जगह पुलिस की तैनाती थी.शिव मंदिर रात से ही रोशनी से जगमग रहे थे.

मंदिरों में आने वाले कांवड़ियों का स्वागत फूलों से

बदायूं के कछला घाट और उत्तराखंड के हरिद्वार से कांवड़ीयों ने जल लेकर शिव मंदिर में पहुंचा.मंदिरों में आने वाले कांवड़ियों का स्वागत फूलों से किया गया, इसके बाद कांवड़ियों ने मंदिर के शिवालय में जलाभिषेक करके मनोकामनाएं मांगी.मंदिरों में श्रद्धालुओं को सोमवार सुबह से ही दर्शन करने का मौका मिला था,और मंदिर के कपाट खोल दिए गए थे.मंदिरों में बांस बल्लियां लगाकर महिलाएं और पुरुषों के लिए अलग-अलग पंक्तियाँ बनाई गई थीं, जिससे पूजन-अभिषेक और दर्शन की व्यवस्था सुरक्षित रह सके.

Exit mobile version