भारत की कोकिला कही जाने वाली लता मंगेशकर का रविवार की सुबह निधन हो गया. दिग्गज पार्श्व गायिका को पिछले महीने कोविड -19 का पता चलने के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लता मंगेशकर ने सुबह 8:12 बजे अंतिम सांस ली. मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर की वजह से लता दीदी का निधन हुआ . गायिका का एक शानदार करियर था जिन्होंने 30,000 से ज्यादा गाने गाए और 1940 के दशक से लेकर 2000 के दशक तक के सितारों को अपनी आवाज दी.
लता मंगेशकर के चार छोटे भाई-बहन थे, उन्होंने आजीवन शादी नहीं की. 2011 में, टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ एक बातचीत के दौरान जब लता दीदी से पूछा गया कि, क्या वह शादी करने से चूक गईं. उन्होंने जवाब दिया था, “नहीं. सब कुछ भगवान की इच्छा के अनुसार होता है. जो होता है अच्छे के लिए होते है और जो नहीं होता है वो अच्छे के लिए होता है. अगर आपने मुझसे यह चार-पांच दशक पहले पूछा होता, तो शायद आपको कुछ और जवाब मिलता. लेकिन आज मेरे पास इस तरह के विचारों के लिए कोई जगह नहीं है.”
लता को जनवरी की शुरुआत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उन्हें गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रखा गया था. जब वह पिछले हफ्ते तक ठीक होने के लक्षण दिखा रही थी, उसका इलाज कर रहे डॉक्टर प्रतीक समदानी ने कहा कि उसका स्वास्थ्य फिर से बिगड़ गया और वह गंभीर थी. जिसके बाद उन्हें दोबारा शनिवार को वेटिंलेटर पर शिफ्ट किया गया. हालांकि रविवार सुबह वो इस दुनिया को अलविदा कह गईं.
लगभग 6 दशकों से अपनी जादुई आवाज के जरिये 20 से अधिक भाषाओं मे 50,000 से भी ज्यादा गीत गाकर ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में अपना नाम दर्ज करा चुकीं लता मंगेशकर श्रोताओं के दिलों पर राज करती हैं. 28 सितंबर 1929 को इंदौर में जन्मीं लता का वास्तविक नाम हेमा हरिदकर है. उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर मराठी रंगमंच से जुड़े थे. 5 साल की उम्र से ही लता मंगेशकर ने अपने पिता के साथ नाटकों में अभिनय करना शुरू कर दिया था.
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लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को दोपहर करीब साढ़े बारह बजे अस्पताल से उनके आवास पर ले जाया जाएगा. पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार आज शाम 6.30 बजे शिवाजी पार्क में किया जाएगा.