RTI एक्टिविस्ट विपिन हत्याकांड में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, लोडेड पिस्टल के साथ दो अपराधी गिरफ्तार
आरटीआई एक्टिविस्ट बिपिन अग्रवाल हत्या मामले में मोतिहारी पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने हत्या में शामिल पांच में से दो शूटरों को गिरफ्तार कर ली है. जबकि तीन फरार हो गए.
मोतिहारी पुलिस को शुक्रवार को आरटीआई एक्टिविस्ट बिपिन अग्रवाल हत्या मामले में एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने हत्या में शामिल पांच में से दो शूटरों को गिरफ्तार कर ली है. जबकि अभी भी तीन पुलिस की पकड़ से दूर है. पुलिस ने गिरफ्तार हत्यारे के पास से एक पिस्टल एवं गोली बरामद की है.
घटना के संबंध में जानकारी देते मोतिहारी एसपी ने कहा फरार तीनों की भी पहचान कर ली गई है. उनको भी शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जायेगा.बताते चलें कि मोतिहारी के हरसिद्धि प्रखंड कार्यालय के सामने 24 सितंबर को हथियारबंद अपराधियों ने आरटीआई एक्टिविस्ट विपिन अग्रवाल की हत्या कर दी थी. विपिन अग्रवाल ने आरटीआई की मदद से कई सरकारी जमीनों को भू-माफियाओं के चंगुल से मुक्त कराया था. इसको लेकर वे भू माफियाओं के निशाने पर आ गए थे. भू-माफियाओं ने इसको लेकर कई बार धमकी भी दिए थे. विपिन अग्रवाल ने इसको लेकर अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस को आवेदन भी दिया था. लेकिन पुलिस ने उनके आवेदन को गंभीरता से नहीं लिया, यही कारण था कि उनकी हत्या कर दी गई.
बहराल पुलिस ने हत्या में शामिल दो शूटर को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि तीन अन्य की तलाश में छापेमारी तेज कर दी गई है. एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में मनीष पटेल बाबू टोला हरसिद्धि एवं नीरज कुमार कुबरी हरसिद्धि का शामिल है. हत्या कि इस घटना के बाद डीएसपी अरेराज के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम का गठन किया गया. जो लगातार टेक्निकल सेल के सहारे अपराधियों की खोजबीन में जुट रही. इस बीच सूचना मिलते ही हरसिद्धि स्थित रामेश्वर पेट्रोल पंप के पास इन अधिकारियों ने घेराबंदी कर दोनों अपराधी को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि तीन अपराधी मौके से फरार हो गए.
तीनों की पहचान कर ली गई है. जल्द ही तीनों पकड़ लिए जाएंगे. विपिन अग्रवाल की हत्या के पीछे सफेदपोश का हाथ है. हत्या के लिए सुपारी दी गई थी. पुलिस गिरफ्तार अपराधियों के स्वीकारोक्ति के आधार पर जांच कर रही है. मामले में जिन की भी संलिप्तता सामने आएगी उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी.