पूर्णिया के सरसी में कांग्रेस नेता व पूर्व जिला परिषद सदस्य रिंटू सिंह के हत्या मामले में आरोपित आशीष कुमार सिंह उर्फ अटिया की गिरफ्तारी की सूचना सामने आ रही है. अटिया को बिहार सरकार की मंत्री लेशी सिंह का भतीजा बताया जाता है. कई अपराधिक मामलों में आरोपित अटिया की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी. आरोपित पर 50 हजार का इनाम भी रखा गया था. ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद अब अटिया को गिरफ्तार कर लिया गया है.
आशीष कुमार सिंह उर्फ अटिया को पकड़ने के लिए पुलिस काफी समय से प्रयासरत थी. आरोपित की गिरफ्तारी ने सियासी रंग भी पकड़ लिया था. पुलिस पर यह आरोप लगातार लग रहा था कि अटिया को राजनीतिक संरक्षण है और पुलिस इसी दवाब में उसे नहीं गिरफ्तार करती है. इस बीच अब जब आशीष सिंह को दबोचा गया है तो आम लोगों ने भी राहत की सांस ली. बताया जाता है कि अटिया केवल अपराध को ही अंजाम नहीं देता था बल्कि उसका मनोबल भी काफी बढ़ चुका था और बेखौफ होकर वह किसी घटना को अंजाम देता था.
आशीष कुमार सिंह उर्फ अटिया का नाम उस समय काफी चर्चा में आया जब एक शाम को सरसी थाना परिसर के बाहर चाय नास्ते की दुकान पर रिंटू सिंह (Rintu Singh Sarsi) की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. रिंटू सिंह कांग्रेस नेता व पूर्व जिला परिषद सदस्य थे. रिंटू सिंह की पत्नी जिला परिषद की चुनाव लड़ रही थी. इस बीच रिंटू सिंह पर पहले भी गोलीबारी हुई थी. लेकिन सतर्क रहने के बाद भी अपराधियों ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया था. इस मामले में मुख्य आरोपित अटिया को ही बताया गया था. विपक्ष ने सड़क पर उतरकर भी आरोपित की गिरफ्तारी की मांग की थी वहीं सरकार की मंत्री लेशी सिंह पर भी हमला बोला था.
अटिया केवल रिंटू सिंह की हत्या का नहीं बल्कि इसके बाद रिंटू सिंह का बेहद करीबी नीरज झा की हत्या का भी आरोपित था. नीरज झा को बीच सड़क पर गोलियों से भून दिया गया था. स्थानीय लोगों की मानें तो नीरज झा रिंटू सिंह का खास आदमी था और उसका सारा काम देखा करता था. नीरज के पिता पुलिस में दरोगा थे, जिनकी मौत हो चुकी है. नीरज झा ही रिंटू सिंह के काम से लेकर पैसे का हिसाब किताब देखा करता था.
Posted By: Thakur Shaktilochan