बरेली : यूपी में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से करीब एक सप्ताह में 2 दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई है. बरेली में 7 दिन से लगातार बारिश हो रही है.इसके साथ ही आकाशीय बिजली को लेकर अलर्ट किया जा रहा है.मगर, आकाशीय बिजली से दामिनी एप बचा सकता है.बरेली के एडीएम ई संतोष बहादुर ने गुरुवार शाम बारिश को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं.उन्होंने बारिश के दौरान घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है.इसके साथ ही बच्चों को बारिश में न नहाने, बाहर,छतों पर न खेलने की बात कही है.बारिश के दौरान बादल में गरज-चमक हो रही हो, तो घर में नहाने से बचना चाहिए.इसके साथ ही नल के प्रयोग से बचने को कहा.इसके साथ ही आकाशीय बिजली/वज्रपात की स्थिति में पेड़ों के नीचे, बिजली के खम्भों के पास, और खुले स्थान में रहने से बचें.ऐसी स्थिति में सुरक्षित स्थान पर रुक जाएं.अपने मोबाइल फोन में दामिनी एप डाउनलोड की सलाह दी है. यह एप आकाशीय बिजली से 4 घंटे पहले अलर्ट कर देगी.
आकाशीय बिजली से होने वाली संभावित मौत को रोकने के लिए दामिनी ऐप विकसित किया गया है. मौसम विभाग की तरफ से तैयार किया गया यह ऐप करीब 20 किलोमीटर की रेंज में बिजली गिरने की जानकारी प्रदान करता है.हालांकि, बिजली गिरना रोका तो नहीं जा सकता.मगर, इससे बचा जा सकता है.
दामिनी प समय से पहले ही बिजली, वज्रपात की सही जानकारी देता है.इसके लिए मौसम वैज्ञानिकों ने देशभर में करीब 48 सेंसर के साथ एक लाइटनिंग लोकेशन नेटवर्क स्थापित किया है. इस नेटवर्क के आधार पर ही दामिनी ऐप को विकसित किया गया है, जो 20 किलोमीटर के दायरे में बिजली गिरने के संभावित स्थान की जानकारी देता है.
दामिनी एप को मोबाइल में डाउनलोड करना बहुत ही आसान है. एंड्रायड मोबाइल यूजर्स इसे गूगल प्ले स्टोर से, और आईफोन यूजर्स इसे एप्पल स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं.डाउनलोड करने के बाद पंजीकरण करना होता है.इसके लिए आपको अपना नाम, लोकेशन आदि देना होगा.यह जानकारियां देने के साथ ही यह दामिनी एप काम करना शुरू कर देती है.लोकेशन के 20 किलोमीटर के दायरे में बिजली गिरने की चेतावनी ऑडियो मैसेज,और एसएमएस से देती है.
आपके इलाके में बिजली गिरने वाली है, तो दामिनी एप आपको पहले ही चेतावनी देकर सावधान कर देगा.ऐसे में बिजली से बचने के लिए खुले खेतों, पेड़ों के नीचे, पहाड़ी इलाकों, चट्टानों के आसपास बिल्कुल न रुकें. धातुओं के बर्तन धोने से बचें और नहाने से तो बिल्कुल ही बचें. बारिश से बचें, और जमीन पर जहां पानी जमा हो,वहां भी खड़े न रहें.छाते का कतई इस्तेमाल न करें.बिजली के हाइटेंशन तारों, और टावर से दूर रहें.घर के अंदर चले जाएं.अगर,कहीं बाहर हों, और घर जाना संभव न हो, तो खुली जगह पर ही कान बंद कर घुटनों के बल बैठ जाएं.खतरा टलने पर घर चले जाएं.
बरेली प्रशासन ने किसी भी जानकारी के लिए कंट्रोल रूम नंबर 0581-2553311 जारी किया गया है.इस पर भी संपर्क कर सकते हैं. स्वास्थ्य समस्याओं के लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के मोबाइल नंबर 9412602773 पर कॉल करें.
कुछ बादलों पर पॉजिटिव चार्ज हो जाता है, तो कुछ पर निगेटिव चार्ज. आसमान में जब दोनों तरह के चार्ज वाले बादल एक दूसरे से टकराते हैं तो लाखों वोल्ट की बिजली उत्पन्न होती है. कभी-कभी इस तरह उत्पन्न होने वाली बिजली इतनी अधिक होती है कि धरती तक पहुंच जाती है. इस घटना को बिजली गिरना कहा जाता है. दुनिया भर में हर साल करीब 24,000 लोगों की मौत बिजली गिरने की वजह से होती है. हर सेकेंड में 40 बार अर्थात दिन में करीब 30 लाख बार बिजली गिरती है.जब बिजली ज़मीन पर गिरती है तो उसकी ताकत दस करोड़ वोल्ट होती है. ये कितनी भीषण है, इसे इस बात से समझा जा सकता है कि हमारे घर में सप्लाई होने वाली बिजली की ताकत 220 वोल्ट होती है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद