Liquor Ban : झारखंड में शराब के खिलाफ सड़क पर उतरीं महिलाएं, बेचने व पीनेवालों को दी चेतावनी
Liquor Ban : महिलाओं ने शराब बेचने वाले और उसका सेवन करने वाले को चेतावनी दी है. महिलाओं ने साफ कह दिया है कि अगर किसी ने गांव में शराब बेची, तो उसे सजा मिलेगी. अगर किसी ने शराब पीकर गांव में हंगामा किया तो उसे भी सजा मिलेगी.
Liquor Ban: झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के गालूडीह थाना की उलदा पंचायत के पुतड़ू गांव में शराब के खिलाफ महिलाएं एकजुट होकर मोर्चा खोल दिया है. कुछ दिन पहले गांव में बैठक कर महिलाओं ने शराब बंदी का फैसला लिया. अब शराब बंदी को लेकर गांव में अभियान चलाना शुरू कर दिया. शनिवार को पुतड़ू गांव की महिलाओं ने उप मुखिया आशा रानी महतो के नेतृत्व में गांव में शराब बंदी अभियान शुरू किया. महिलाओं ने किसी भी हाल में गांव में शराब नहीं बनाने व बेचने का फरमान जारी किया है.
शराब के खिलाफ अभियान
महिलाओं ने शराब बेचने वाले और उसका सेवन करने वाले को चेतावनी दी है. महिलाओं ने साफ कह दिया है कि अगर किसी ने गांव में शराब बेची, तो उसे सजा मिलेगी. अगर किसी ने शराब पीकर गांव में हंगामा किया तो उसे भी सजा मिलेगी. दूसरे गांव से आने वाले शराब कारोबारियों को गांव में किसी हाल में घुसने नहीं दिया जायेगा.
शराब भट्ठी संचालकों से कहा : सुधर जायें, नहीं तो सुधार देंगे
शराब बंदी अभियान के दौरान महिलाएं टोली बनाकर शराब भट्ठी संचालकों के घर-घर जाकर चेतावनी दी. कहा सुधर जाओ, नहीं तो सुधार देंगे. अभी तक चेतावनी दी जा रही थी, अब कार्रवाई होगी. महिलाओं ने कहा कि शराब से समाज बर्बाद हो रहा है. बच्चे और महिलाओं पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है. असमय लोग जान गंवा रहे हैं. पैसों की बर्बादी के साथ सेहत खत्म हो रहा है. शराब के कारण गांव के किसी ना किसी घर में पारिवारिक कलह हो रहा है. पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ रहा है. इससे परिवार बिखर रहा है. इसलिए शराब पर प्रतिबंध जरूरी है. शराबबंदी अभियान में सुष्मिता दास, कमला महतो, अंजली कर्मकार, बासंती कुंडू, सविता महतो, अंजलि कर्मकार, प्रिया पाल, सरस्वती करूवा, जोसना महतो, विशाख महतो, सुशीला कर्मकार, सरस्वती गोराई समेत काफी संख्या में शामिल थीं.