पीठासीन पदाधिकारियों के लिए करनी होगी मशक्कत
राजनीतिक दलों को दिये गये नये आवेदनों की जानकारी
विशेष संवाददाता, धनबाद
इस वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कार्मिक कोषांग ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. सभी केंद्रीय व राज्य सरकार के कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों व कर्मियों की सूची तलब की गयी है. चुनाव में 15 हजार से अधिक अधिकारियों एवं कर्मियों की ड्यूटी लगायी जायेगी. अधिकृत सूत्रों के अनुसार मार्च, अप्रैल में संभावित लोकसभा चुनाव को लेकर यहां राज्य सरकार के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष को पत्र भेजा गया है. इसी तरह केंद्र सरकार के पूर्ण एवं लोक उपक्रमों के प्रमुख को भी पत्र भेज कर पूर्णकालीन कर्मियों की सूची व संख्या बताने के लिए कहा गया है. धनबाद जिला में कुल 2378 मतदान केंद्र हैं. चुनाव कराने के लिए 10,464 पोलिंग कर्मियों की जरूरत सिर्फ बूथों के लिए होगी. इसके अलावा सेक्टर दंडाधिकारी, जोनल दंडाधिकारी, पुलिस अधिकारी, कर्मियों की जरूरत होगी. मतदान के लिए जो सूची आ रही है. उससे यहां पर मतदान कर्मियों खासकर पीठासीन पदाधिकारियों की तैनाती में परेशानी आ सकती है.
राजनीतिक दलों के साथ बैठक में आपत्ति पर चर्चा
समाहरणालय में मंगलवार को जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी प्रदीप शुक्ला की अध्यक्षता में बैठक हुई. इसमें सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे. सभी दलों को संक्षिप्त मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में आये दावों खासकर नाम डिलीट करने के लिए आये आवेदनों की सूची राजनीतिक दलों को उपलब्ध करायी गयी है. फॉर्म 9,10,,11 व 11 ए की प्रति दी गयी. सभी दलों से आपत्तियों पर अपने सुझाव 12 जनवरी तक देने को कहा गया है. 22 जनवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा.
10 जनवरी से घूमेगा एलइडी वैन
निर्वाचन आयोग के निर्देश पर 10 जनवरी से धनबाद जिला के सभी विधानसबा क्षेत्रों में एलइडी प्रचार वाहन घूमेगा. हर विधानसभा क्षेत्र के लिए एक-एक वैन आवंटित किया गया है. एक-एक बूथ पर जा कर लोगों को इवीएम एवं वीवीपैट के बारे में बताया जायेगा.
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