Jharkhand News: इ-व्हीकल में इस्तेमाल होनेवाली बैटरी के लिए खान विभाग झारखंड में लिथियम की खोज करेगा. अब तक भारत लिथियम के मामले में चीन पर निर्भर है. अगर झारखंड में लिथियम मिल गया, तो यह बड़ी उपलब्धि होगी. फिर भारत में ही लिथियम बैटरी का निर्माण हो सकेगा.
खान विभाग करेगा खोज
इससे बैटरी चालित कार व अन्य वाहनों की कीमत भी घट सकेगी. खान विभाग कोडरमा व गिरिडीह जिला अंतर्गत अभ्रक पट्टी क्षेत्र में लिथियम की खोज करेगा. यह निर्णय झारखंड राज्य भूतात्विक कार्यक्रम पर्षद की 26वीं बैठक में लिया गया. प्रोजेक्ट भवन सभागार में हुई बैठक में लिथियम की बैटरी के निर्माण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए इसे परमाणु खनिज की श्रेणी से विमुक्त करने की संभावना पर चर्चा की गयी. इससे राज्य एवं देश में लिथियम की उपलब्धता के साथ राजस्व एवं रोजगार में भी वृद्धि हो सकेगी.
एक माह में शुरू होगी निलामी प्रक्रिया
खान सचिव अबु बकर सिद्दीख ने कहा कि एक माह में राज्य के छह खनिज ब्लॉकों की नीलामी की प्रक्रिया शुरू होगी. वर्तमान में आठ खनिज ब्लॉक की नीलामी प्रक्रिया चल रही है. निदेशक, भूतत्व सह सदस्य सचिव विजय कुमार ओझा ने बताया कि 31.03.2020 को समाप्त हुए पांच लौह अयस्क एवं मैगनीज के खनन पट्टों को नीलामी की प्रक्रिया शुरू की गयी है. अगले दो माह में स्वर्ण खनिज के दो व कॉपर खनिज का एक ब्लॉक राज्य में नीलामी के लिए उपलब्ध हो जायेगा.
सेंट्रल वर्किंग कमेटी का गठन
खनिज ब्लॉक की नीलामी में प्रगति के उद्देश्य से खान मंत्रालय द्वारा सेंट्रल वर्किंग कमेटी का गठन किया गया है. पर्षद की बैठक में राज्य में पाये जानेवाले हीरा एवं पन्ना खनिज के भूतात्विक अन्वेषण पर विशेष चर्चा की गयी. इन दोनों खनिजों की गुमला, सिमडेगा तथा पूर्वी सिंहभूम जिला में उपलब्धता पर पूर्व में ही अन्वेषण किया जा चुका है. सिंहभूम जोन में विभिन्न प्रकार के खनिजों यथा यूरेनियम, कॉपर, सोना, बहुमूल्य रत्न, मैगनीज की उपलब्धता पर रिपोर्ट है.