धनबाद में कचरा डंपिंग के लिए स्थान चिह्नित, इन दो लोकेशन पर होगा डंप
सिजुआ में कचरा गिराने के लिए बीसीसीएल ने डंपिंग प्वाइंट दिया था, वहां पर आसपास आबादी है. लिहाजा सिजुआ प्वाइंट पर कचरा नहीं गिराया जा सकता है. सिजुआ की जगह लोयाबाद-बांसजोड़ा के बीच एक बंद खदान को चिह्नित किया गया है. जहां दूर-दूर तक आबादी नहीं है. गुरुवार से यहां कचरा गिराने को कहा गया है.
डंपिंग की समस्या को लेकर धनबाद नगर निगम क्षेत्र से बुधवार को एक छंटाक भी कचरा का उठाव नहीं है. बुधवार को एक छटांक भी कचरा नहीं उठा. जन समस्या से जुड़े इस मामले में जनप्रतिनिधि मौन हैं. हालांकि कचरा डंपिंग प्वाइंट की समस्या लगभग समाप्त हो गयी है. गुरुवार से शिमला बहाल (झरिया) व लोयाबाद-बांसजोड़ा के बीच दो लोकेशन पर कचरा डंप होगा. एसडीओ प्रेम कुमार तिवारी ने बुधवार को दोनों लोकेशन का सर्वे कर कचरा डंपिंग प्वाइंट के लिए चिह्नित किया है. एसडीएम ने नगर निगम को दोनों लोकेशन पर गुरुवार से कचरा गिराने को कहा है. बताया कि शिमलाबहाल (झरिया) में बंद खदान में बुधवार को कुछ कचरा गिराया गया है.
गुरुवार से शहर का कचरा यहां कचरा गिराया जायेगा. सिजुआ डंपिंग प्वाइंट पर जहां मंगलवार को कचरा गिराने को लेकर ग्रामीण विरोध कर रहे थे. उस जगह का भी निरीक्षण किया गया. सिजुआ में कचरा गिराने के लिए बीसीसीएल ने डंपिंग प्वाइंट दिया था, वहां पर आसपास आबादी है. लिहाजा सिजुआ प्वाइंट पर कचरा नहीं गिराया जा सकता है. सिजुआ की जगह लोयाबाद-बांसजोड़ा के बीच एक बंद खदान को चिह्नित किया गया है. जहां दूर-दूर तक आबादी नहीं है. गुरुवार से यहां कचरा गिराने को कहा गया है.
स्थायी समाधान नहीं हुआ तो फैल सकती है महामारी
कचरा डंपिंग का स्थायी समाधान नहीं हुआ तो धनबाद में महामारी फैल सकती है. निगम के आंकड़े के मुताबिक धनबाद नगर निगम क्षेत्र में एक दिन में 500 टन कचरा का उठाव होता है. नौ दिनों से कचरा उठाव ठप है. लिहाजा करीब साढ़े चार हजार टन कचरा शहर में डंप हो गया है. लगभग 480 टन कचरा सिर्फ कॉम्पैक्टर मशीन में है. आदिवासी दिवस को लेकर बुधवार को सरकारी छुट्टी होने के कारण निगम के स्थायी कर्मचारी भी काम नहीं आये.
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