बक्सर : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लागू लॉकडाउन के बीच केंद्र सरकार की ओर से विभिन्न राज्यों में स्पेशल ट्रेन चलाने को मंजूरी मिलने के साथ ही यह शंका जतायी जा रही थी कि इन विशेष ट्रेनों में चेन खींचने की हरकत हो सकती है. इसको रोकने के लिहाज से यात्रा के लिए जो नियमावली बनायी गयी. जिसमें साफतौर से कहा गया कि हर बोगी में चेन के सामने आरपीएफ का जवान बैठाया जायेगा. अगर किसी ने चेन खींचने का प्रयास किया तो आरोपी के खिलाफ उसी वक्त कार्रवाई होगी. बावजूद इसके स्पेशल ट्रेन में यात्रा के दौरान बिहार के बक्सर से चेन पुलिंग किये जाने का एक मामला प्रकाश में आया है. इस मामले में मजदूर और उसके परिवार के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, आनंद विहार से बांका जा रही स्पेशल ट्रेन को अचानक बक्सर स्टेशन के समीप मजदूरों ने चेनपुलिंग कर रोक दिया. चेनपुलिंग होते ही ट्रेन रुक गयी. जिसके बाद एक मजदूर अपने परिवार के साथ ट्रेन से उतरकर भागने लगा. ट्रेन को रोकता देख आरपीएफ और जीआरपी के जवानों ने सभी मजदूर और उनके परिवार वालों को गिरफ्तार कर लिया. सभी को बक्सर जिला प्रशासन को सौंप दिया गया. सभी बक्सर में विभिन्न प्रखंडों में क्वॉरेंटीन किये गये हैं. सभी गिरफ्तार सिमरी थाने के डुमरी गांव के रहने वाले प्रितांशु कुमार, शिल्पा देवी, पलक कुमारी और राजकुमार बताये जाते हैं.
बताया जाता है कि आनंद विहार टर्मिनल से चलकर बांका को जाने वाली एक स्पेशल ट्रेन बक्सर स्टेशन से गुजर रही थी, तभी जवानों ने देखा कि 11 नंबर लख पर एसीपी का सायरन देते हुए ट्रेन खड़ी हो गयी. ट्रेन के रुकते ही आरपीएफ और जीआरपी के जवान गाड़ी की तरफ भागने लगे. इसी बीच ट्रेन खुल गयी. जवानों ने देखा कि कुछ मजदूर उतर कर भाग रहे हैं. जवानों ने सभी का पीछा किया और युवक समेत उसके परिवार के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. फिर, सभी को आरपीएफ बक्सर पोस्ट पर ले जाया गया और पूछताछ के बाद उन्हें जिला प्रशासन को सौंप दिया गया.
जिला प्रशासन ने सभी मजदूरों को 14 दिनों के लिए विभिन्न प्रखंडों में क्वॉरेंटीन कर दिया. आरपीएफ सीनियर कमांडेंट संतोष कुमार सिंह राठौर ने बताया कि चेनपुलिंग कर मजदूर उतरे थे. जवानों ने सभी को गिरफ्तार कर लिया. सभी को जिला प्रशासन को सौंप दिया गया है. मजदूर प्रियांशु कुमार ने बताया कि ट्रेन रुकी तो वह इसलिए उतर गया कि उसका घर बक्सर से नजदीक है. उसे बांका से वापस फिर बक्सर आना पड़ता. ट्रेन रुकते ही वह उतर कर अपने गांव की तरफ जाने लगा. इसी बीच पुलिस वालों ने उसे पकड़ लिया.