लोहरदगा में मनी कार्तिक उरांव की जयंती, हाजी शकील अहमद ने कहा- आदिवासियों की सशक्त आवाज बने कार्तिक बाबा

हाजी शकील अहमद ने कहा कि विषम परिस्थितियों में जंगल से निकलकर लंदन तक का सफर कार्तिक बाबा ने अपनी बुद्धि व कौशल के बल पर तय किया. उन्होंने सामाजिक उत्थान में अपना बहुमूल्य योगदान दिया लेकिन अपनी मातृभूमि झारखंड को नहीं भूले.

By Prabhat Khabar News Desk | December 8, 2023 11:38 PM
an image

Kartik Oraon Birth Anniversary|जिला कांग्रेस कार्यालय राजेंद्र भवन लोहरदगा में शुक्रवार को स्वर्गीय कार्तिक उरांव की पुण्यतिथि मनायी गयी. मौके पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने सर्वप्रथम उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि कर श्रद्धा सुमन अर्पित की. इस मौके पर कार्यकारी जिला अध्यक्ष हाजी शकील अहमद ने कहा कि विषम परिस्थितियों में जंगल से निकलकर लंदन तक का सफर कार्तिक बाबा ने अपनी बुद्धि व कौशल के बल पर तय किया. उन्होंने सामाजिक उत्थान में अपना बहुमूल्य योगदान दिया लेकिन अपनी मातृभूमि झारखंड को नहीं भूले. जवाहर लाल नेहरू के आह्वान पर वापस अपनी मातृभूमि की सेवा करने झारखंड लौट आये. यहां आकर निरीह व कमजोर आदिवासियों की सशक्त आवाज बने. उनके ही प्रयासों से आदिवासियों पर होनेवाले अन्याय पर अंकुश लगा तथा भूमि वापसी, आरक्षण, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना ट्राइबल्स ऑफ प्लान एवं आदिवासियों के धार्मिक पहचान को स्थापित किया जा सका. वहीं युवा जिलाध्यक्ष विशाल डुंगडुंग ने कहा कि आदिवासी विकास परिषद के माध्यम से एकजुट कर राष्ट्र के मुख्य धारा में जोड़ने का काम किया, उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विचारधारा के प्रतीक कार्तिक पुराण आम लोगों के हितों के लिए बराबर संघर्ष करते रहे. कार्तिक बाबू महान व्यक्तित्व के धनी थे, जो झारखंड की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुनते थे और उनकी समस्याओं का निराकरण करते थे. उनमें किसी प्रकार की विदेश की भावना नहीं थी, वे सभी का सम्मान करते थे.

इस मौके पर प्रदेश सेवादल सचिव प्रदीप विश्वकर्मा, प्रदेश अल्पसंख्यक सचिव सोहारात अंसारी, रौनक इकबाल, जिला महासचिव दीपक महतो, अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष मुजम्मिल अंसारी, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष विनय उरांव, प्रखंड अध्यक्ष सत्यदेव भगत, 20सूत्री अध्यक्ष पेशरार रविंदर सिंह, युवा कांग्रेस महासचिव असलम अंसारी, फारुख हुसैन, मुशर्रफ रजा, सद्दाब अंसारी, एजाज अंसारी, असलम अंसारी, मुनव्वर आलम, इम्तियाज अंसारी, मदन प्रसाद, सुबोध भगत, कालेश्वर उरांव, विकास भगत, बीसराम उरांव, एवं अन्य पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे.

Also Read: झारखंड के ‘काला हीरा’ बाबा कार्तिक उरांव के योगदान को क्यों भूल गया झारखंड

Exit mobile version