कोडरमा में बीडीओ की गाड़ी पर गिरा बरगद का पेड़, बाल-बाल बचे पदाधिकारी, बूथ का जायजा लेने निकले थे अफसर
कोडरमा में शनिवार को बड़ा हादसा टल गया. मरकच्चो बीडीओ की गाड़ी पर अचानक बरगद का पेड़ गिर गया. इसमें वे बाल-बाल बच गए. वे बूथ का जायजा लेने निकले थे.
Lok Sabha election 2024: मरकच्चो (कोडरमा): झारखंड के कोडरमा जिले के मरकच्चो प्रखंड में शनिवार को एक बड़ा हादसा टल गया. लोकसभा चुनाव को लेकर बूथ का जायजा लेने निकले बीडीओ-सीओ के सरकारी वाहन पर विशाल बरगद का पेड़ गिर गया. इस हादसे में झारखंड प्रशासनिक सेवा के दो पदाधिकारियों के अलावा दो अन्य सरकारी कर्मी और ड्राइवर बाल-बाल बच गए. इनमें बीडीओ हुलास महतो और सीओ परमेश्वर कुशवाहा, बीपीओ राकेश रंजन, होमगार्ड जवान राजेंद्र यादव व सरकारी वाहन के ड्राइवर दिनेश कुमार शामिल हैं. हादसे में वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है.
बूथों का ले रहे थे जायजा
दरअसल, लोकसभा चुनाव को लेकर कोडरमा जिले के विभिन्न प्रखंडों में बूथों का पदाधिकारियों द्वारा भौतिक सत्यापन करते हुए वहां की मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली जा रही है, ताकि मतदान से पहले सभी कमियों को दुरुस्त कराया जा सके. इसी को लेकर शनिवार को मरकच्चो के बीडीओ हुलास महतो और सीओ परमेश्वर कुशवाहा, बीपीओ राकेश रंजन, होमगार्ड जवान राजेंद्र यादव, सरकारी वाहन के ड्राइवर दिनेश कुमार के साथ रौशनबागी स्थित बूथ का जायजा ले कर नावाडीह जा रहे थे. इसी दौरान इनका सरकारी वाहन एक चबूतरे के बगल से गुजर रही था. चबूतरे के बीच स्थित वर्षों पुराना विशाल बरगद का पेड़ अचानक पदाधिकारियों के सरकारी वाहन पर गिर गया.
स्थानीय लोगों ने इन्हें गाड़ी से बाहर निकाला
गनीमत रही कि वाहन पर बैठे बीडीओ-सीओ, उनका सरकारी गार्ड व वाहन का चालक बाल-बाल बच गए, जबकि ड्राइवर के बगल में बैठे बीपीओ राकेश रोशन को मामूली खरोच आई है. अचानक हुई घटना से अफरा-तफरी का माहौल बन गया. स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए क्षतिग्रस्त वाहन के अंदर से वाहन सवार पदाधिकारियों समेत अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. वहीं घटना की सूचना पर मरकच्चो पुलिस भी मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली.
टला बड़ा हादसा
स्थानीय लोगों के अनुसार जिस स्थान पर यह घटना हुई है, उस चबूतरे पर सुबह-शाम स्थानीय लोग बैठते हैं, जबकि बच्चे पेड़ की छांव में अक्सर यहां खेलते रहते हैं. हालांकि घटना के बाद स्थानीय लोग इस बात को लेकर भगवान का शुक्रिया करते नजर आए कि घटना के वक्त पेड़ के नीचे गांव का कोई व्यक्ति बैठा हुआ नहीं था और बच्चे वहां खेल भी नहीं रहे थे. अन्यथा कोई बहुत बड़ी घटना घट सकती थी.