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कानपुर: सपने में आए भगवान राम तो नोएडा से अयोध्या को दौड़ पड़ी कोमल, बनाएगी लिम्का और इंडिया बुक में रिकॉर्ड

सपने में आए भगवान श्रीराम तो नोएडा से 700 किमी दूर अयोध्या के लिए दौड़ पड़ीं गाजियाबाद की कोमल. कानपुर पहुंचीं कोमल का राष्ट्रीय शर्करा संस्थान में भव्य स्वागत हुआ. 23 जुलाई को अयोध्या पहुंचेंगी.

Kanpur : गाजियाबाद के सुदूर गांव की रहने वाली कोमल उर्फ तेज तलवार युवा एथलीट है. कोमल के सपने में भगवान श्रीराम आए तो वह नोएडा से 700 किमी दूर अयोध्या के लिए दौड़ पड़ीं. 12 जुलाई को निकलीं कोमल 23 जुलाई को अयोध्या पहुंचेंगी. कोमल फिजिकल एजुकेशन की छात्रा हैं. कोमल तलवार ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भी कई पदक जीते हैं. कानपुर पहुंचीं कोमल का राष्ट्रीय शर्करा संस्थान में भव्य स्वागत हुआ. यहां ओर कुछ देर विश्राम करने के बाद कोमल अयोध्या के लिए रवाना हुई.

संस्थान के निदेशक प्रो. नरेंद्र मोहन और वैज्ञानिकों की टीम ने कोमल के हौसले को सलाम किया. प्रो. नरेंद्र मोहन ने कहा कि कोमल संस्थान की ब्रांड एम्बेसडर बनने जा रही हैं. वहीं, कोमल ने बताया कि एक दिन सपने में प्रभु श्रीराम आए. सुबह नींद खुली तो मैंने ठान लिया कि अयोध्या जाना है. परिवार और कोच से बात की. फिर करीब 700 किमी दौड़ पूरी कर कोमल इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराएंगी. कोमल ने बताया कि अगला लक्ष्य 5000 किमी दूर लंका जाने का है, जहां प्रभु श्रीराम माता सीता को रावण की कैद से छुड़ाने गए थे.

सफाई कर्मचारी की बेटी हैं कोमल

गाजियाबाद के भोपूपुरा की रहने वाली कोमल के पिता विनोद कुमार ईस्ट दिल्ली नगर निगम में सफाईकर्मी के पद पर कार्यरत हैं. मां हेमलता गृहिणी हैं. बड़ी बहन शिवानी, अंजलि कोमल तीसरे नंबर पर है. इसके बाद एक छोटा भाई मयंक और सबसे छोटी बहन खुशी है. कोमल स्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा है.

इस रूट से पहुचेगी अयोध्या

12 जुलाई को कोमल ने नोएडा से दौड़ शुरू की. वहां से वृंदावन, मथुरा, आगरा, इटावा होते हुए कानपुर पहुंची हैं. यहां से लखनऊ, बाराबंकी होते हुए 23 जुलाई को अयोध्या पहुंचेंगी. फिर रामलला के दर्शन करने के बाद वापस लौटेंगी.

बनना है एथलीट

कोमल ने बताया कि कोच राजेंद्र यादव के निर्देशन में खेलना शुरू किया था. गाजियाबाद में गेम प्रतियोगिता में कोमल ने 5000 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीता. 2022 में फरीदाबाद में हुई मैराथन में 21 किमी दौड़ लगाकर स्वर्ण जीता. 2022 में गुड़गांव में टफमैन मैराथन में 21 किमी दौड़ में स्वर्ण जीता. वहीं,कोमल ने बताया कि ग्राउंड जाने को पैसे नहीं होते थे. घर से ग्राउंड 28 किमी दूर है. कुछ दिन तो गई पर इसके बाद स्कूटी में पेट्रोल का खर्च बढ़ने लगा. फिर कोच ने एक समाधान खोजा. उन्होंने बड़ी बहन अंजलि को मैदान पर असिस्टेंट ट्रेनर रख लिया, जिससे दोनों बहनें साथ ग्राउंड जाने लगीं.

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