Aligarh News: जिस तरह से म्यूट बटन से आवाज बंद हो जाती है, उसी प्रकार अलीगढ़ में लाउडस्पीकर विवाद म्यूट हो गया है. प्रशासन द्वारा भी अलीगढ़ शहर विधायक द्वारा मांगी गई तीन जानकारी भी दे दी हैं.
पुलिस प्रशासन की सूझबूझ के कारण अलीगढ़ में लाउडस्पीकर विवाद लगभग समाप्ति की ओर है. सबसे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व प्रदेश मंत्री बलदेव सिंह सीटू नए 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाकर मान चालीसा पढ़ने की अनुमति मांगी थी, जिसे प्रशासन ने नहीं दिया. बलदेव सिंह सीटू ने अनुमति के बिना लाउडस्पीकर ना लगाने की बात स्वीकारी. सपा के महिला सभा महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने मंदिरों के सामने लाउडस्पीकर से कुरान पाठ करने के बयान के लिए माफी मांग ली थी. एबीवीपी, बजरंग दल, युवा रालोद और सपा ने लाउडस्पीकर मामले का विरोध किया था. कांग्रेस नेता आगा युनूस ने छात्रों पर लाउडस्पीकर लगाकर महंगाई और बेरोजगारी के गीत बजाने के लिए भी अनुमति को जरूरी माना. इस तरह से बयानबाजी के बाद अलीगढ़ शहर में लाउडस्पीकर विवाद समाप्ति की ओर है.
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अलीगढ़ शहर की विधायक मुक्ता राजा ने लाउडस्पीकर को लेकर प्रशासन से तीन सूचनाएं मांगी थी. उसके जवाब में प्रशासन द्वारा अलीगढ़ शहर का सर्वे कराकर तीनों सूचनाएं विधायक को भेज दी गई हैं. एडीएम सिटी राकेश कुमार पटेल ने बताया कि शहर में 649 धार्मिक स्थल हैं, जहां पर लाउडस्पीकर से अजान व आरती होती है. अलीगढ़ के कोतवाली, देहलीगेट, सासनी गेट व रोरावर थाना क्षेत्र में 252 स्थान, बन्नादेवी व गांधीपार्क में 110, क्वार्सी व सिविल लाइंस में 287 स्थानों पर लाउडस्पीकर से मस्जिदों में अजान व मंदिरों में आरती होती है. इनमें से किसी भी धार्मिक स्थल से लाउडस्पीकर की आवाज परिसर से बाहर नहीं जाती है. लाउडस्पीकरों की आवाज न्यायालय के अनुसार है.
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अलीगढ़ की शहर विधायक मुक्ता राजा ने प्रशासन से लाउडस्पीकरों को लेकर 3 सूचनाएं मांगी थी.
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अलीगढ़ शहर में कितनी मस्जिद है और कितनी मस्जिदों पर लाउडस्पीकर लगे हैं ?
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मस्जिद में लगे लाउडस्पीकर ओ की तीव्रता उच्चतम न्यायालय के अनुसार कितनी होनी चाहिए ? क्या इसका भौतिक सत्यापन हुआ है ? भौतिक सत्यापन कर लाउड स्पीकरों की आवाज उच्चतम न्यायालय के अनुसार कराई जाएं.
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क्या प्रातः 5 बजे से पहले मस्जिदों में होने वाली नमाज उच्चतम न्यायालय के अनुसार है या नहीं? अगर नहीं, तो अब तक क्या कार्रवाई हुई?
2018 में प्रशासन की तरफ से धार्मिक स्थलों का सर्वे कराया गया, जिसमें 1468 स्थानों पर लाउडस्पीकर के जरिए अजान व आरती होती थी.
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कोल में 270
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अतरौली में 367
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खैर में 62
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गभाना में 48
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इगलास में 72
रिपोर्ट- चमन शर्मा