Agra : ताज नगरी आगरा में एक व्यक्ति द्वारा गली में घूमने वाले आवारा कुत्तों को पालना क्षेत्रीय लोगों के लिए परेशानी बनी हुई है. उनका कहना है कि पूरे दिन और रात यह कुत्ते भोंकते रहते हैं, जिसकी वजह से आसपास में ना तो बच्चे सो पाते हैं और वहीं दूसरी तरफ बीमार लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कई बार इसकी शिकायत क्षेत्रीय थाने में चौकी में नगर निगम और जिलाधिकारी तक की गई है लेकिन अभी तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ.
दरअसल, ट्रांस यमुना फेस वन में ए ब्लॉक 375 नंबर मकान में करीब 15 से 20 कुत्ते बंद रहते हैं. मकान मालिक नीरज कुमार साल भर पहले अपनी पत्नी के साथ इसी मकान में रहते थे और गली में घूमने वाले कुत्तों की देखभाल व उन्हें खाना खिलाते थे. पशु प्रेम के चलते वह जब 1 साल पहले अपने घर को खाली कर दूसरे घर में शिफ्ट हो रहे थे तो उन्होंने उन सभी कुत्तों को अपने ट्रांस यमुना वाले घर में बंद कर दिया.
नीरज कुमार रोजाना सुबह शाम यहां पर आते हैं और सभी जानवरों को खाना खिलाते हैं लेकिन बाकी पूरे दिन व रात यह सभी कुत्ते घर में कैद रहते हैं. नीरज कुमार का कहना है कि उन्हें आवारा जानवरों से अत्यधिक प्रेम है जिसकी वजह से उन्होंने इन सभी कुत्तों का लालन पालन किया और इन्हें अब अपने घर में रख लिया है.
वहीं उनका कहना है कि मैंने इन सभी कुत्तों को यहां से स्थानांतरित करने के लिए कई बार प्रयास किए हैं. लेकिन प्रयास असफल होने के चलते इन्हें यहां पर बंद रखना पड़ रहा है. हालांकि, मैं सुबह शाम जाकर इनको देखता हूं और उन्हें खाना देता हूं.
वहीं क्षेत्रीय निवासी लाखन सिंह चौहान का कहना है कि इन कुत्तों की वजह से यहां के रहने वाले सभी लोग काफी परेशान हैं. कई बार उन्होंने इसकी शिकायत क्षेत्रीय पुलिस से भी की है पुलिस मौके पर भी आई लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. पूरे दिन और रात यह कुत्ते चिल्लाते रहते हैं, जिसकी वजह से आसपास के लोगों का सोना भी मुश्किल हो गया है. मकान के मालिक से जब कोई शिकायत करो तो वह उल्टा लड़ने के लिए तैयार रहते हैं.
वहीं पास में रहने वाले मनोज कुमार राठी ने बताया कि 2022 में जब नीरज कुत्तों को खाना खिला रहे थे तो पास की एक महिला के ऊपर कुत्ता भौंकने लगा. जब महिला ने विरोध किया तो नीरज कुमार उस महिला को गाली देने लगे. ऐसे में मैंने गाली देने से रोका और उनकी कुत्तों को घर के अंदर ले जाने को कहा तो, उन्होंने मेरे हाथ में डंडा मार दिया.
जिससे मेरे हाथ में फैक्चर हो गया और आज तक मेरा हाथ टूटा हुआ है. उनका कहना है कि यहां कोई भी व्यक्ति जब इन कुत्तों को लेकर विरोध करता है तो यह उसके साथ अभद्रता व बदतमीजी करते हैं. और उसे झूठी शिकायत कर फंसाने की धमकी भी देते हैं.
एनिमल एक्टिविस्ट विनीत अरोड़ा का कहना है कि कोई व्यक्ति अगर कुत्ते पालता है तो यह अच्छी बात है, लेकिन किसी भी जानवर को घर में कैद रखना पूर्ण रूप से गलत है. जानवरों के साथ इसे पशु क्रूरता के रूप में देखा जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि दिन रात जो जानवर घर में बंद रहते हैं अगर उनके साथ कोई परेशानी होती है तो उन्हें देखने वाला कोई भी नहीं है.
ऐसे में जानवरों को घर में इस तरह से कैद रखना कानूनन भी गलत है. नगर निगम के पशु चिकित्सा अधिकारी अजय कुमार सिंह से जब इस बारे में बात की गई तो उनका कहना है कि अगर क्षेत्रीय लोगों की तरफ से कोई शिकायत आती है तो मामले को जांच पड़ताल कर मकान मालिक को नोटिस दिया जाएगा. और उसके बाद संबंधित मामले में मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा.
रिपोर्ट – राघवेंद्र, आगरा