कानपुरः यूपी का सबसे बड़ा कार्डियक इंस्टीट्यूट होगा LPS कार्डियोलॉजी, विस्तार की कवायद शुरू
कानपुर में कार्डियोलॉजी का विस्तार कर के तीन फ्लोर की इमारत बनाई जाएगी. जिसके निर्माण की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी को सौंपी गई है. शासन ने कार्डियोलॉजी के विस्तार करने के लिए धनराशि का भी प्रस्ताव पास कर दिया था.
UP: कानपुर में लक्ष्मीपत सिंघानिया कार्डियोलॉजी का विस्तार होना तय है. विस्तार हो जाने से यह यूपी का सबसे बड़ा कार्डिक इंस्टीट्यूट हो जाएगा. शासन के आदेश के बाद संक्रामक रोग अस्पताल की खुली जमीन को कार्डियोलॉजी ने अधिग्रहण कर लिया है. जहां पर नई सतह बनाने का काम शुरू हो गया है. फिलहाल यह जमीन अभी तक कच्ची थी.
यहीं पर ही कार्डियोलॉजी का विस्तार कर के तीन फ्लोर की इमारत बनाई जाएगी. जिसके निर्माण की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी को सौंपी गई है. शासन ने कार्डियोलॉजी के विस्तार करने के लिए धनराशि का भी प्रस्ताव पास कर दिया था. जिसके बाद कार्डियोलॉजी ने संक्रामक रोग अस्पताल से जमीन को 70 लाख में ले लिया है.
आधा हिस्सा पहले ही है कार्डियोलॉजी के पास
बता दें कि कार्डियोलॉजी ने संक्रामक रोग अस्पताल की जमीन के आधे हिस्से को पहले ही ले लिया था. जहां पर नया ओपीडी ब्लॉक संचालित हो रहा है. वहीं शेष हिस्से में अब 100 बेड के साथ हार्ट स्टेशन, पैथालाजी सेंटर, कैथ लैब, इमरजेंसी और मॉड्यूलर ओटी बनाया जाएगा. एलपीएस कार्डियोलॉजी के निदेशक प्रो. विनय कृष्णा का कहना है कि शासन के निर्देश पर संक्रामक रोग अस्पताल की खुली जमीन पर पार्किंग का निर्माण शुरू कर दिया गया है. शासन ने पहले ही संक्रामक रोग अस्पताल (IDH) को कार्डियोलॉजी को देने के आदेश कर दिए हैं.
Also Read: UP: कानपुर IIT अंतराग्नि कार्यक्रम में चले चाकू, दो जूनियर छात्र हुए घायल, तीन सीनियर पर केस दर्ज
अभी की मौजूदा स्थिति
अभी कार्डियोलाजी में 140 बेड हैं. रोज औसतन एक हजार मरीजों का दबाव है. रोज 50 मरीज भर्ती हो रहे हैं. यहां पर 17 जिलों के साथ पूरे राज्य के अलावा बिहार के भी मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं. प्रदेश में सिर्फ हार्ट सेंटर अकेला है. एसजीपीजीआई और केजीएमयू भी हैं पर हार्ट के मरीजों का सर्वाधिक दबाव कार्डियोलॉजी पर है.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी