नोएडा: सोसायटी में लुंगी और नाइटी पहनने पर लगाया बैन, फिर RWA ने नोटिस जारी कर ड्रेस कोड को लेकर कही ये बात
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा की एक सोसायटी के आरडब्ल्यूए ने नोटिस जारी कर निवासियों से अपील की थी कि वो लुंगी या नाइटी पहन कर न घूमें. इसके बाद यह मामला सोशल मीडिया पर तूल पकड़ता देख आरडब्ल्यूए ने दूसरा सर्कुलर निकाला है. जिसमें पूराने नोटिस को लेकर सफाई दी है.
नोएडा : उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में स्थित हिम सागर अपार्टमेंट की रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) ने ड्रेस कोड लागू किया है. आरडब्ल्यूए ने बकायदा नोटिस जारी करके निवासियों से अपील की है कि वो सोसाइटी में लुंगी या नाइटी पहन कर न घूमें. इससे कुछ रेजिडेंट को आपत्ति है. सोसाइटी का ये नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद लोगों ने आरडब्ल्यूए को निशाने पर ले लिया.
नोटिस में लिखा है कि आम क्षेत्रों और पार्कों में अपने पहनावे का ध्यान रखें. दूसरे लोगों को असहज महसूस न हो और कोई आपके ऊपर सवाल खड़े न करे, ऐसे कपड़े ही पहनें. हालांकि, मामले को तूल पकड़ने के बाद आरडब्ल्यूए ने बुधवार को को दूसरा सर्कुलर निकाला है. इसमें उन्होंने अपने 10 जून के नोटिस को लेकर सफाई दी है.
इस बार के सर्कुलर में कहा गया है कि पहले वाला नोटिस सोसायटी में रहने वाले कुछ निवासियों की शिकायत पर जारी किया गया था. हमारा मकसद किसी को बाध्य करना या किसी पर कुछ थोपने की कोशिश करना नहीं है. समाज की किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की मंशा नहीं है.
नोटिस जारी करने का कारण यह बतायाइस बीच एक बुजुर्ग की तस्वीर सामने आई है. बताया जा रहा है कि 10 जून को नोटिस जारी करने के पीछे की वजह ये तस्वीर ही है. इस तस्वीर में एक बुजुर्ग सोसायटी के पार्क में लुंगी पहनकर बैठे हुए थे. तस्वीर में दिखाई पड़ रहा था कि बुजुर्ग की लुंगी उनके पैरों से भी काफी अलग-थलग थी. आरोप लगाया जा रहै कि पार्क में जिस जगह बुजुर्ग आपत्तिजनक हालत में बैठे थे, उसी जगह कुछ महिलाएं योग करती हैं.
महिलाओं ने कई बार की बुजुर्ग से शिकायतइन महिलाओं को बुजुर्ग की हरकत आपत्तिजनक लगी. बुजुर्ग को इस अवस्था में महिलाओं ने एक नहीं कई बार नोटिस किया. कुछ महिलाओं ने बुजुर्ग से एक-दो बार बात भी की. मगर, कोई सुधार नहीं हुआ. इसी बात से परेशान कुछ महिलाओं ने RWA से शिकायत की. सोसायटी की ही रहने वाली एक महिला ने बुजुर्ग का फोटो अपने फ्लैट से खींच लिया. महिलाओं की शिकायत के साथ-साथ ये तस्वीर भी RWA को दी गई थी.
RWA के प्रेसिडेंट ने दी सफाईआरडब्ल्यूए (RWA) के प्रेसिडेंट सीके कालरा कहते हैं कि हमने किसी एक व्यक्ति को नहीं टोका, न ही किसी एक व्यक्ति के पहनावे पर नोटिस जारी किया है. किसी एक को टारगेट करना हमें ठीक नहीं लगा. हमने एक जनरल नोटिस जारी कर दिया था. हालांकि, सोसाइटी के कई निवासी आरडब्लूए के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं. फिलहाल, आरडब्लूए इस पूरे मामले पर बैकफुट पर दिखाई पड़ रहा है. वही ग्रेटर नोएडा में फेडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष देवेंद्र टाइगर ने कहा कि यह एक आवासीय सोसाइटी है कोई शैक्षणिक संस्थान नहीं है कि जिसे ड्रेस कोड की आवश्यकता है.