Bihar News: अधिकारी ने किया स्टिंग, प्राइवेट अस्पताल में बच्चा बेचते डॉक्टर को नाटकीय अंदाज में रंगेहाथ दबोचा
मधेपुरा: चौसा के बाबा विशु राउत हॉस्पिटल में नवजात बच्चों की खरीद फरोख्त को लेकर शुक्रवार को छापेमारी की गयी, जिसका नेतृत्व अनुमंडल पदाधिकारी ने किया. जानकारी मिलते ही जांच टीम गठित की गयी. छापेमारी के पहले एक नाटकीय ढंग से अधिकारी को सादे लिवास में बच्चे की खरीदारी के लिए भेजा गया.
मधेपुरा: चौसा के बाबा विशु राउत हॉस्पिटल में नवजात बच्चों की खरीद फरोख्त को लेकर शुक्रवार को छापेमारी की गयी, जिसका नेतृत्व अनुमंडल पदाधिकारी राजीव रंजन कुमार सिन्हा ने किया. जानकारी मिलते ही जांच टीम गठित की गयी. छापेमारी के पहले एक नाटकीय ढंग से अधिकारी को सादे लिवास में बच्चे की खरीदारी के लिए भेजा गया.
65 हजार में फाइनल हुआ सौदा
उक्त हॉस्पिटल के संचालक सह चिकित्सक डॉ. रिंकेश कुमार रवि से बातचीत के दौरान 80 हजार की मांग की गयी. अंत में 65 हजार में फाइनल हुआ. रुपया देने के बाद बच्चे को चिकित्सक द्वारा दिया गया. पूरी टीम पहले से ही सक्रिय थी. छापेमारी शुरू कर दी गयी. मौके पर दिए गए 65 हजार रुपये बरामद किया गया. पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है.
बिना रजिस्ट्रेशन हॉस्पिटल का संचालन
पदाधिकारी ने बताया कि बिना रजिस्ट्रेशन के ही हॉस्पिटल का संचालन किया जा रहा था. बिना रजिस्ट्रेशन पैथोलॉजी व अल्ट्रासाउंड सेंटर का संचालन हो रहा था. मरीजों को जांच के नाम पर शोषण किया जा रहा था.
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खून, पेशाब व अल्ट्रासाउंड के नाम पर गरीब देहाती मरीजों से लूट :
बताया जाता है कि खून, पेशाब व अल्ट्रासाउंड के नाम पर गरीब देहाती मरीजों को लूट रहे हैं. बिना किसी डॉक्टर के पूर्जा के बगैर भी जांच कर देते हैं. मरीजों को दलालों के माध्यम से कर अपने सेंटर पर लाकर जांच करते हैं और मरीजों का शोषण करते हैं. हैरत की बात यह है कि चौसा अस्पताल में आशा पदों पर करने वाली महिलाएं भी बिना चिकित्सक के सलाह के भी अल्ट्रासाउंड व खून पेशाब जांच करवा देते हैं. जिससे उन्हें पैथोलॉजी व अल्ट्रासाउंड के संचालक के द्वारा मोटी रकम दी जाती है.
आशा के माध्यम से मरीजों को लाते थे हॉस्पीटल :
प्रसव के लिए चौसा अस्पताल आयी महिलाओं को आशा के माध्यम से अपने इस हॉस्पिटल में भर्ती करवाते थे और मोटी रकम लेकर ऑपरेशन कर प्रसव कराते थे. देर शाम तक की छापेमारी जारी थी. इसके बावजूद हॉस्पिटल के संचालक सह चिकित्सक डाॅ रिंकेश कुमार रवि अपने ऊपर लगाये गये आरोप को खारिज करते हैं. अभी सभी की निगाह पुलिस अधिकारी पर है. हॉस्पिटल के आगे लोगों का भीड़ जमा है.
तीन लोगों की नाम सामने
हालांकि छापेमारी के बाद एसडीपीओ सतीष कुमार हॉस्पीटल पहुंच कर मामले की जानकारी से अवगत हुए. उन्होंने कहा कि बच्चे खरीद बिक्री के मामले में तीन लोगों की नाम सामने आ रही है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan