डॉ हाइंस वर्नर वेसलर को राष्ट्रीय फादर कामिल बुल्के पुरस्कार, ये भी हुए सम्मानित
संस्कृति विभाग द्वारा घोषित राष्ट्रीय पुरस्कारों में डॉ हाइंस वेर्नर वेसलर को राष्ट्रीय फादर कामिल बुल्के सम्मान दिये जाने के साथ-साथ राष्ट्रीय गुणाकार मुले सम्मान से जयंत विष्णु नार्लीकर को सम्मानित किया गया.
मध्यप्रदेश के संस्कृति विभाग ने हर साल की भांति साल 2021 के लिए भी कुछ साहित्यकारों और संस्कृतिकर्मियों को पुरस्कृत किया है. राष्ट्रीय और राज्य सम्मानों को लेकर पिछले दिनों बैठक हुई थी, जिसमें राष्ट्रीय पुरस्कारों और सम्मान की घोषणा की गयी. साल 2021 के लिए डॉ हाइसं वर्नर वेसलर को राष्ट्रीय फादर कामिल बुल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. पुरस्कार के तौर पर इसमें 1 लाख रुपये दिये जाते हैं.
इन्हें भी किया गया सम्मानित
संस्कृति विभाग द्वारा घोषित राष्ट्रीय पुरस्कारों में डॉ हाइंस वेर्नर वेसलर को राष्ट्रीय फादर कामिल बुल्के सम्मान दिये जाने के साथ-साथ राष्ट्रीय गुणाकार मुले सम्मान से जयंत विष्णु नार्लीकर को सम्मानित किया गया. अजीत वडनेरकर को राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान, रुक्मिणी विजय कुमार को राष्ट्रीय कुमार गंधर्व सम्मान से सम्मानित किया गया. इसके अलावा शिखा वार्ष्णेय को राष्ट्रीय निर्मल वर्मा सम्मान दिया गया.
इन्हें भी किया गया राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित
साल 2021 के लिए जिन कलाकारों और साहित्यकारों को अवॉर्ड दिया गया है, उसमें राष्ट्रीय कबीर पुरस्कार डॉ श्याम दुबे हटा को दिया गया. जबकि राष्ट्रीय मैथलीशरण गुप्त सम्मान, सदानंद गुप्त को दिया गया. कबीर पुरस्कार पाने वालों को 3 लाख और मैथलीशरण पुरस्कार के पाने वाले को 2 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाती है.
शिखर सम्मान से ये हुए सम्मानित
मध्यप्रदेश सरकार की ओर से शिखर सम्मान के तौर पर हिन्दी साहित्य के लिए इंदौर के डॉ अश्विनी कुमार दुबे को सम्मानित किया गया. जबकि उर्दू साहित्य के लिए इंदौर के डॉ नरेंद्र वीरमणि, संस्कृत साहित्य के लिए भगवतीलाल राजपुरोहित को शिखर सम्मान दिया गया. नाटक के लिए प्रशांत खिरवड़कर, जनजातीय एवं लोक कला के लिए डिंडोरी की सावनी बाई को, शास्त्रीय संगीत के लिए पं श्रीधर व्यास को सम्मानित किया गया.