उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी (Gangster Mukhtar Ansari) के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच जारी है. मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के मामले में ईडी ने मुख्तार अंसारी की कई संपत्तियों को लेकर शिकंजा कसा है. मुख्तार अंसारी, उसके परिवार वालों की नामी-बेनामी संपत्तियों के अलावा सरकारी ठेके (Government Contract) लेने वाली फर्म, कंपनियों को लेकर भी जांच हो रही है. इसमें कई सालों तक रेलवे के ठेकों को लेकर जांच का दायरा बढ़ गया है. रेलवे का टेंडर हासिल करने वाले कांट्रैक्टर से मुख्तार के रिश्तों को लेकर ईडी अफसरों ने रिपोर्ट तैयार की है. गोपनीय स्तर पर कई फर्म, उनके मालिकों, कांट्रैक्टरों, ठेकेदारों के बैंक लेनदेन की जांच की जा रही है. साफ है कि रेलवे के ठेकों में मुख्तार अंसारी के लोगों का दखल रहा है. ईडी की जांच में पहले के दिनों में रेलवे स्क्रैप का टेंडर हासिल करने वाली दो फर्म के नाम सामने आए हैं.
हालांकि पिछले डेढ़ साल में इन फर्मों को रेलवे का कोई भी टेंडर नहीं मिला है. रेलवे ने ऐसी फर्मों को चिह्नित कर किनारे भी लगाया है. माना जा रहा है कि ईडी अफसरों ने इन फर्मों को लेकर रेलवे से जानकारियां साझा की हैं. जांच पूरी होने और पुख्ता साक्ष्य हासिल होने का इंतजार हो रहा है. माफिया मुख्तार से प्रयागराज में ईडी अफसरों ने लंबी पूछताछ में रेलवे के ठेकों को लेकर भी सवाल किए थे. इस संबंध में मुख्तार दस्तावेज मांगे गए थे. असल में मुख्तार के मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने कंपनियां बनाकर लाखों रुपये का ट्रांजेक्शन का मामला भी दर्ज किया है. इन कंपनियों में ही रेलवे के ठेकों से जुड़ी रकम इधर उधर की गई. रेलवे का ठेका हासिल करने वाले पूर्वांचल में कई कांट्रैक्टरों से मुख्तार के रिश्ते आम हुए हैं. फिलहाल फर्मों पर ईडी की नजर है और साक्ष्य संकलन का काम चल रहा है.
मुख्तार अंसारी की ऐंबुलेंस कांड में गैंगस्टर आरोपियों की बाराबंकी एमपीएमएलए कोर्ट नंबर-4 में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर पेशी हुई. इस दौरान ने अपने बेटे अब्बास अंसारी को जमानत मिलने पर न्यायपालिका पर भरोसा जताया है. ऐंबुलेंस कांड में अभियोजन गवाह के हाजिर न होने पर कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 16 नवंबर लगाई है. सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी को वकील की ओर से जानकारी मिली की लखनऊ के एक मामले में बेटे अब्बास अंसारी को कोर्ट से जमानत मिली है. ऐंबुलेंस कांड के गैंगस्टर मामले में सोमवार को आरोपियों की ट्रायल पेशी हुई. वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि बाराबंकी विशेष सत्र न्यायाधीश एमपीएमएलए कमल कांत श्रीवास्तव की अदालत में गैंगस्टर मामले में गवाही पर सुनवाई थी, जिसमें बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी, संतकबीर नगर से जफर आलम उर्फ चंदा, गाजीपुर जेल से अफरोज उर्फ चुन्नू वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से और सुहैब मुजाहिद कोर्ट में हाजिर हुए. सुनवाई के दौरान गवाह कोर्ट में हाजिर नहीं हुए.
वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी ने अपने बेटे अब्बास अंसारी को लखनऊ के एक मामले में कोर्ट से मिली जमानत पर काफी खुश नजर आया. अब्बास अंसारी सुभासपा के टिकट पर मऊ जिले में सदर सीट से चुनाव लड़ कर विधायक बने हैं. इनके ऊपर आठ से अधिक आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. वकील ने बताया कि सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी ने कहा कि न्यायपालिका निष्पक्षता से कार्य कर रही है. अदालत की कार्यवाही पर पूरा भरोसा है. गैंगस्टर मामले में अभियोजन गवाह के कोर्ट में हाजिर न होने पर सुनवाई की अगली तारीख 16 नवंबर तय की है.