Prayagraj: माफिया अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बच्चों को कस्टडी के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की. सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एस रविंद्र भट्ट और जस्टिस अरविंद कुमार की पीठ ने बच्चों के बयान दर्ज करने के लिए जुवेनाइल होम में भेजे जाने का आदेश दिया है. बेंच ने कहा है कि एक इंडिपेंडेंट वकील दोनों बच्चो से होम मे मिलेगा और उनके बयान दर्ज करेगा. याचिकाकर्ता शाहीन अहमद यानी अतीक अहमद की बहन ने वकील का नाम कोर्ट को दे दिया है. सुप्रीम कोर्ट 28 अगस्त को इस मामले पर सुनवाई करेगा.
दरअसल अतीक अहमद की बहन शाहीन अहमद ने अतीक के दोनो नाबालिग बच्चों को कस्टडी की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है. शाहीन अहमद ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से बच्चों को कस्टडी में दिए जाने से इनकार करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. अतीक के नाबालिग बेटे एजम और अबान राजरूपपुर के बाल गृह में बंद हैं.
इस बीच अतीक के दोनों नाबालिग बेटों को लेकर एक खबर सामने आई है. यूपी राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य अनीता अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया है कि अतीक के दोनों नाबालिग बेटे बाल गृह में रोजा रख रहे हैं और उनकी सुरक्षा का पूरा इंतजाम रखा गया है. पहले खबर आई थी कि अहज़म और अबान को पुलिस ने बाल सुधार गृह में भेज दिया गया है लेकिन पुलिस ये बताने को तैयार नहीं थी कि दोनों को किस बाल सुधार गृह में रखा गया है.
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वहीं, उमेश पाल हत्याकांड मामले अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी के घर पर प्रयागराज पुलिस ने कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया है. प्रयागराज पुलिस मेरठ पहुंची है, जिसके बाद उन्होंने मेरठ के थाना नौचंदी क्षेत्र के भवानी नगर में अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी और डॉक्टर अखलाक के घर पर नोटिस चिपका दिया है. जानकारों के मुताबिक उमेश पाल हत्याकांड में आयशा नूरी को भी आरोपी बनाया गया है. कहा जा रहा है कि हत्या को अंजाम देने के बाद गुड्डू मुस्लिम मेरठ के इसी घर में आकर छुपा था. यहीं से उसने आगे की योजना तैयार की थी.
वहीं अतीक के बेटे असद का निकाह आयशा की बेटी के साथ तय किया गया था, लेकिन उसके पहले ही उमेश पाल हत्याकांड के मामले में असद का एनकाउंटर कर दिया गया. प्रयागराज पुलिस ने नोटिस के जरिए हिदायत दी है. आयशा नूरी अगर कोर्ट या पुलिस के सामने पेश नहीं हुई तो तय समय के बाद उनके घर की कुर्की कर ली जाएगी.
उमेश पाल हत्याकांड में पांच-पांच लाख के तीन इनामी शूटर फरार हैं. जिनमें मरियाडीह का रहने वाला साबिर भी शामिल है. सीसीटीवी फुटेज में राइफल से गोलियां चलाते हुए साबिर कैद हुआ था. साबिर ने सिपाहियों की हत्या में मुख्य भूमिका निभाई थी. साबिर ने राइफल से गाड़ी में बैठे सिपाही की गोली मारकर हत्या की थी. कार के अंदर बैठकर कई राउंड गोलियां चलाने के बाद वह भाग निकला था.
बता दें कि इस साल अप्रैल में माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सरेआम गोलियों से भून डाला गया. इन दोनों की हत्या सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य नाम की तीन युवकों ने की है.