Magh Mela 2022: पांटून पुल का निर्माण कर रहा मजदूर गंगा में समाया, आक्रोशित मजदूरों ने काम रोका, की यह मांग
माघ मेला क्षेत्र में पांटून पुल का निर्माण कर रहा एक मजदूर गंगा में समा गया. इससे आक्रोशित मजदूरों ने काम रोक दिया. उनका कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होती, काम पर नहीं लौटेंगे.
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माघ मेला पीपा पुल निर्माण के दौरान बड़ा हादसा, मजदूरों ने काम रोका
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सुबह पीपा पुल नंबर चार पर कार्य कर रहा मजदूर गंगा में गिरा, शाम तक तलाश जारी
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पीपा पुल निर्माण कार्य में लगे मजदूरों ने कहा जब तक मांग पूरी नहीं होती, काम पर नहीं लौटेंगे
Prayagraj News: माघ मेला क्षेत्र में चल रहे पीपा पुल निर्माण कार्य के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया. पीपा पुल नंबर-4 पर निर्माण कार्य में लगा एक मजदूर गंगा में गिरने के बाद लापता हो गया. जल पुलिस युवक की तलाश में जुटी है. वहीं दूसरी ओर पुल निर्माण कार्य में लगे मजदूरों ने सभी पीपा पुल निर्माण के कार्य को रोक दिया. मजदूरों का कहना है कि साथी मजदूर के परिवार की मांग पूरी होने के बाद ही वह वापस काम पर लौटेंगे.
गंगा में डूबे अरुण निषाद (25) पुत्र लल्लू निषाद निवासी नई झूंसी के भाई अर्जुन निषाद ने बताया की घटना के वक्त उनका भाई दरांग दशाश्वमेध घाट पुल नंबर चार पर कार्य कर रहा था. पुल निर्माण के लिए रस्सी से पीपा खींचते समय अचानक रस्सी के झटके के वह गंगा में गिर गए. गंगा में गिरने के बाद एक बार वह ऊपर आए, इसके बाद उनका पता नहीं चला. अर्जुन ने कहा की भाई की पत्नी और दो बेटियों को अब कौन देखेगा. ठेकेदार चार लाख रुपये देने की बात कह रहे हैं. क्या इन पैसों से जीवन कट जाएगा?
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पत्नी और बच्चों का घटना के बाद से रो-रोकर बुरा हाल
गंगा में डूबे अरूण निषाद की पत्नी गुंजा का घटना के बाद से ही रो-रोकर बुरा हाल है. बिलखते हुए गुंजा ने मौके पर पहुंचे अधिकारियों से कहा कि वह अपनी दो बेटियों किट्टू (4) व शीला (3) को कैसे पालेगी. उसका कहना है कि बच्चियों के भरण पोषण के लिए उसे सरकारी नौकरी दी जाए.
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बिना सेफ्टी के मजदूर कर रहे थे पीपा निर्माण का कार्य
पीपा निर्माण कार्य में जुटे मजदूरों ने बताया कि वह ठेकेदार बलराम यादव निवासी दारागंज के अंतर्गत कार्य कर रहे थे. पीपा निर्माण कार्य में लगे मजदूरों की सेफ्टी के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया. आवश्यकता के अनुरूप मजदूरों को भी कार्य पर नहीं लगाया गया है. मजदूरों ने कहा कि जब तक पीड़ित परिवार की मांग नहीं मान ली जाती वह काम नहीं करेंगे. न ही किसी अन्य को करने देंगे. वहीं, दूसरी तरफ तरफ गंगा के कटान के चलते पिछड़ चुका पीपा निर्माण कार्य के लिए एक और चुनौती सामने आ गई है.
रिपोर्ट- एस के इलाहाबादी, प्रयागराज