Maghi Purnima 2021 : आदिवासियों का महाकुंभ राजकीय माघी पूर्णिमा मेला शुरू, श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, सुरक्षा के हैं पुख्ता इंतजाम
Maghi Purnima 2021, Sahibganj News, साहिबगंज (नवीन कुमार) : सफाहोड़ आदिवासियों का महाकुंभ राजकीय माघी पूर्णिमा मेला आज से शुरू हुआ. राजमहल के लंच घाट, सूर्य देव घाट, संगत घाट सहित विभिन्न अन्य घाटों में आदिवासी तथा गैर आदिवासी श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगा कर विधिवत पूजा-अर्चना की. आदिवासी महाकुंभ राजकीय माघी पूर्णिमा मेला 2021 का उद्घाटन शनिवार को राजमहल विधायक अनंत कुमार ओझा, डीसी रामनिवास यादव, पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा, नगर पंचायत अध्यक्ष केताबुद्दीन शेख, नप उपाध्यक्ष पार्थ कुमार दत्ता, गुरु बाबा अभिराम मरांडी, भुगलु मरांडी सहित अन्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर विधिवत रूप से किया. ये मेला 3 मार्च तक चलेगा. इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं.
Maghi Purnima 2021, Sahibganj News, साहिबगंज (नवीन कुमार) : सफाहोड़ आदिवासियों का महाकुंभ राजकीय माघी पूर्णिमा मेला आज से शुरू हुआ. राजमहल के लंच घाट, सूर्य देव घाट, संगत घाट सहित विभिन्न अन्य घाटों में आदिवासी तथा गैर आदिवासी श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगा कर विधिवत पूजा-अर्चना की. आदिवासी महाकुंभ राजकीय माघी पूर्णिमा मेला 2021 का उद्घाटन शनिवार को राजमहल विधायक अनंत कुमार ओझा, डीसी रामनिवास यादव, पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा, नगर पंचायत अध्यक्ष केताबुद्दीन शेख, नप उपाध्यक्ष पार्थ कुमार दत्ता, गुरु बाबा अभिराम मरांडी, भुगलु मरांडी सहित अन्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर विधिवत रूप से किया. ये मेला 3 मार्च तक चलेगा. इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं.
इससे पूर्व विधायक श्री ओझा व डीसी श्री यादव सहित अन्य ने विधिवत मां गंगा की पूजा-अर्चना की. वहीं विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गान गाकर अतिथियों का स्वागत किया. विधायक श्री ओझा ने कहा कि राजमहल के माघी पूर्णिमा मेला का इतिहास काफी पुराना है. यह आदिवासियों का महाकुंभ है. आदिकाल से ही यहां सफाहोड़ व विदिन समाज सहित श्रद्धालुगण आते रहे हैं. मां गंगा हम लोगों के लिए काफी उपयोगी है. जिस प्रकार गंगा की अविरल धारा बहती है उसी प्रकार साहिबगंज जिले में विकास की धारा बहती रहे. विकास से दूर इस क्षेत्र के लोगों तक विकास की योजनाएं पहुंचती रहे. उनके चेहरे पर मुस्कान लाने का प्रयास होना चाहिए. राजमहल के गंगा घाटों का सौंदर्यीकरण हुआ. सीवरेज का कार्य हो रहा है. श्री ओझा ने कहा कि राजकीय माघी पूर्णिमा मेला को राजकीय मेला का दर्जा दिलवाया. मेला को और वृहत पैमाने पर आयोजन कर रोजगार के नये अवसर उत्पन्न हो सकते हैं. आधारभूत संरचनाओं को विकसित करने की जरूरत है.
डीसी रामनिवास यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने मेले में आए हुए श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी हैं. इस वर्ष कोरोना के कारण मेला का आयोजन पूर्व के वर्षों की भांति नहीं हो सका. देर से मेला के आयोजन की अनुमति मिली. जिला प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रख रहा है. वहीं कार्यक्रम की समाप्ति पर गुरु बाबा भुगलु मरांडी, अभिराम मरांडी, सफल टुडु, नारेश टुडु, ठकरन टुडु, मायकूल हासदा, रुबिन मरांडी, मानोबु हासदा, गोविंद मुर्मू, गोविंद मरांडी आदि को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया. वहीं कोरोना से मुक्त रहने के लिए सैनिटाइजर दिया गया. वही राजकीय माघी पूर्णिमा मेला में आने वाले आदिवासी समुदाय के श्रद्धालुओं ने अपने गुरुओं के अखाड़ा में माता गंगा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की. माघी पूर्णिमा मेले के दौरान 2 दर्जन से अधिक धर्मगुरुओं द्वारा अखाड़ा लगाया गया. अखाड़ा राजमहल सिंघी दलान गंगा तट, अनुमंडल कार्यालय परिसर, पुराना थाना परिसर, बालू प्लॉट, स्टेशन के सामने लोडिंग स्थल सहित कई जगहों पर लगाया गया.
27 फरवरी से 3 मार्च तक चलने वाले राजकीय माघी पूर्णिमा मेला के दौरान जिला प्रशासन द्वारा व्यापक व्यवस्था की गई है. श्रद्धालु गहरे पानी में ना जा सके इसके लिए गंगा में बांस की बेरिकेडिंग करवाई गयी है. एनडीआरएफ के जवानों की टीम 4 मोटर बोट की सहायता से श्रद्धालुओं की सुरक्षा में लगे हुए हैं. गोताखोरों को विभिन्न घाटों में तैनात किया गया है. जिला प्रशासन द्वारा संपूर्ण मेला क्षेत्र में नजर बनाए रखने को लेकर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. सिंघीदलान स्थित नगर पंचायत के पुराने भवन में खोया पाया सूचना केंद्र बनाया गया है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला क्षेत्र में अस्थाई शौचालय का निर्माण कराया गया है. वाहनों का मेला क्षेत्र में प्रवेश वर्जित किया गया है. इसके लिए 7 जगहों पर बैरिकेडिंग किया गया है. नगर पंचायत द्वारा 18 जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाकर गड़बड़ी फैलाने वालों पर नजर रखी जा रही है. पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए पानी के 11 टैंकरों की व्यवस्था किया गया है, अग्नि से सुरक्षा के दृष्टिकोण से दो अग्निशमन वाहन अलर्ट मोड में रखे गये हैं.
मेला में महिलाओं तथा बच्चों की काफी भीड़ देखी गई. तीनपहाड़-राजमहल टीआर पैसेंजर ट्रेन के बंद रहने के कारण दूरदराज से रेल के माध्यम से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हुई. एलसीटी जहाज बंद रहने के कारण पश्चिम बंगाल की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को नाव में जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर होना पड़ा, परेशानियों के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था देखते ही बन रही है. माघी पूर्णिमा के दौरान सफाहोड़ आदिवासी तथा विदिन समुदाय के श्रद्धालुओं ने अपने जॉन गुरु एवं दिशोम गुरुओं के नेतृत्व में विधिवत गंगा में आस्था का डुबकी लगाकर पूजा अर्चना की. मौके पर एसपी अनुरंजन किसकोट्टा, डीडीसी प्रभात कुमार बरदियार, एसडीओ हरिवंश पंडित, एनडीसी संजय कुमार, एसडीपीओ अरविंद कुमार सिंह, बीडीओ उदय कुमार सिन्हा, सीओ सरोजनी एनी तिर्की, कार्यपालक दंडाधिकारी कृष्ण मुरारी तिर्की, इंस्पेक्टर राजेश कुमार, थाना प्रभारी प्रणित पटेल, सिटी मैनेजर क्रिस्टिना कच्छप सहित अन्य उपस्थित थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra