Maha Shivratri Puja 2021 : बड़कागांव के बुढ़वा महादेव में 600 साल से हो रही शिव की पूजा, जानें जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त
Maha Shivratri Puja 2021, Jharkhand News, Hazaribagh News, बड़कागांव न्यूज : हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव का बुढ़वा महादेव शिव उपासना का मुख्य केंद्र है बड़कागांव प्रखंड तथा आसपास के क्षेत्रों में महाशिवरात्रि पूजा की तैयारी पूरी कर ली गयी है. शिवरात्रि महापर्व 11 मार्च को विभिन्न गांव के शिव मंदिरों में होगी. प्रखंड के बुढ़वा महादेव समिति के द्वारा राम जानकी मंदिर से शिव बारात निकाली जायेगी. बुढ़वा महादेव परिसर में जागरण का भी आयोजन होगा. इसके अलावा हरली शिव मंदिर, महागाई खुर्द शिव मंदिर, सिंदवारी, आराहरा, पंकरी बरवाडीह, चन्दोल, तलसवार शिव मंदिर, सांढ़ शिव मंदिर, शिवाडीह, सोनपुरा, विश्रामपुर, नयाटांग, खराटी, नापोखुर्द के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में महाशिवरात्रि पूजा को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी.
Maha Shivratri Puja 2021, Jharkhand News, Hazaribagh News, बड़कागांव (संजय सागर) : हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव का बुढ़वा महादेव शिव उपासना का मुख्य केंद्र है. इस मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व और श्रावणी पर्व मनाने की परंपरा 600 साल पुरानी है. यह मंदिर 500 मीटर ऊंची पहाड़ पर स्थित है. ये केवल शिव उपासना के लिए ही नहीं, बल्कि धार्मिक व प्राकृतिक पर्यटन स्थल, जलप्रपात और 4 गुफाएं के लिए भी प्रसिद्ध है. यहां बॉलीवुड और झॉलीवुड फिल्म की शूटिंग भी होती रहती है. यही कारण कि सालों भर पर्यटक यहां आते रहते हैं, लेकिन सावन एवं महाशिवरात्रि में शिव भक्तों की काफी भीड़ उमड़ती है.
बड़कागांव प्रखंड तथा आसपास के क्षेत्रों में महाशिवरात्रि पूजा की तैयारी पूरी कर ली गयी है. शिवरात्रि महापर्व 11 मार्च को विभिन्न गांव के शिव मंदिरों में होगी. प्रखंड के बुढ़वा महादेव समिति के द्वारा राम जानकी मंदिर से शिव बारात निकाली जायेगी. बुढ़वा महादेव परिसर में जागरण का भी आयोजन होगा. इसके अलावा हरली शिव मंदिर, महागाई खुर्द शिव मंदिर, सिंदवारी, आराहरा, पंकरी बरवाडीह, चन्दोल, तलसवार शिव मंदिर, सांढ़ शिव मंदिर, शिवाडीह, सोनपुरा, विश्रामपुर, नयाटांग, खराटी, नापोखुर्द के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में महाशिवरात्रि पूजा को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी.
महाशिवरात्रि के शुभ मुहूर्त (Mahashivratri 2021 Shubh Muhurat) में आप पूजा-पाठ के साथ जलाभिषेक कर सकते हैं. निशित काल में पूजा मुहूर्त 11 मार्च को रात 12 : 06 बजे से 12 : 55 बजे तक है. पहला प्रहर 11 मार्च की शाम 06 : 27 बजे से 09 : 29 बजे तक. वहीं, दूसरा प्रहर रात 09 : 29 बजे से 12 : 31 बजे तक. तीसरा प्रहर रात 12 : 31 बजे से 03 : 32 बजे तक. चौथा प्रहर 12 मार्च की सुबह 03 : 32 बजे से सुबह 06 : 34 बजे तक है.
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क्या है खासियत
खैरातरी निवासी डॉ रघुनंदन प्रसाद ने बताया कि हमारे दादा जी बताया करते थे कि यहां शिवरात्रि महापर्व की शुरुआत कर्णपुरा के राजा 1400 ई में किये थे. कर्णपुरा के राजा दलेल सिंह के पूर्वज भगवान शिव के भक्त थे. यही कारण है कि बुढ़वा महादेव और महूदी पर्वत के अधिकांश पत्थर को शेषनाग का आकृति बनाया गया है.
विभिन्न जगहों में शिवलिंग स्थापित किया गया है. इसका प्रमाण आज भी मंदिर और गुफाओं में देखने को मिलता है. बुढ़वा महादेव पर्वत पर चढ़ने के लिए नेतलाल महतो के नेतृत्व में राजमिस्त्री देवकी राम, प्रयाग राम, प्रकाल राम द्वारा सीढ़ियां बनायी गयी थी. पर्वत की चोटी पर स्थित बुढ़वा महादेव मंदिर है. इसे हजारीबाग जिले का सबसे ऊंचा हिल स्टेशन माना जाता है. यहां से बड़कागांव- केरेडारी के कुछ गांवों को अवलोकन किया जाता है.
क्या है मान्यता
पुजारी हेमराज महतो के अनुसार, बुढ़वा महादेव मंदिर के अलावा छगरी- गोदरी गुफा, द्वारपाल गुफा, मड़ावा खामी में पूजा करने से मुरादे पूरी होती है .
इधर, बड़कागांव प्रखंड के विभिन्न शिव मंदिरों में शिवरात्रि पूजा की तैयारी पूरी कर ली गयी है. इस दौरान कई जगहों पर भक्ति जागरण का भी आयोजन होगा. शिवरात्रि पूजा का अवसर पर चंदौल में भक्ति जागरण का आयोजन किया जायेगा. इसे सफल बनाने के लिए अध्यक्ष विनोद यादव, सचिव सुरेश चौधरी, कोषाध्यक्ष अवधेश सिंह, उपाध्यक्ष महेंद्र यादव, उपसचिव विकाश पांडेय, संयोजक दिनेश्वर पासवान, संरक्षक ओमप्रकाश नारायण सिंह मुख्य भूमिका निभा रहे हैं.
Posted By : Samir Ranjan.