13 में से 7 अखाड़ों के समर्थन से महंत रवींद्र पुरी बने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष, हरी गिरी महाराज ने उठाया सवाल
Akhara Parishad President: बैठक को लेकर महंत हरी गिरी महाराज ने इसे अवैधानिक और शून्य बताया है. मौजूदा महामंत्री हरि गिरि ने इसे एक सिरे से खारिज करते हुए कहा, अखाड़ा परिषद की बैठक 25 अक्टूबर को प्रयागराज में होगी.
महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद खाली हुए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पद को लेकर 13 अखाड़ों में से सात अखाड़ों ने महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव महंत रवींद्र पुरी महाराज को अध्यक्ष और निर्मोही अनी अखाड़ा के महंत राजेंद्र दास महाराज को महामंत्री चुना है. इसके साथ ही पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के श्री महंत दामोदर दास महाराज को उपाध्यक्ष, श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविंदर सिंह शास्त्री को कोषाध्यक्ष, श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़े के महंत राम किशोर दास महाराज को मंत्री, पंच निर्माणी अनी अखाड़े के महंत गौरी शंकर दास महाराज को प्रवक्ता, श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़े के महंत धर्मदास महाराज व श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के महंत महेश्वर दास महाराज को संरक्षक बनाया गया है
वहीं, दूसरी ओर इस बैठक को लेकर महंत हरी गिरी महाराज ने इसे अवैधानिक और शून्य बताया है. मौजूदा महामंत्री हरि गिरि ने इसे एक सिरे से खारिज करते हुए कहा, अखाड़ा परिषद की बैठक 25 अक्टूबर को प्रयागराज में होगी. इस संबंध में सवाल के जवाब में नए महामंत्री निर्मोही अनी अखाड़ा महंत राजेंद्र दास ने कहा अब यही अखाड़ा परिषद है और यही सही अखाड़ा परिषद है. सभी अखाड़ों को साथ लायेंगे.
गौरतलब है कि महेंद्र गिरी की मौत के बाद खाली हुई है अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पद को लेकर लगातार विवाद सामने आ रहे थे. महंत नरेंद्र गिरि की कथित मौत के बाद खाली हुए पद को लेकर महंत हरी गिरि ने जूना अखाड़े से अध्यक्ष पद की दावेदारी को पेश किया था. इसके बाद वैष्णव और बैरागी अखाड़ों की ओर से निर्मोही अनी अखाड़ा के अध्यक्ष राजेंद्र दास ने अध्यक्ष पद पर अपनी दावेदारी पेश कर दी थी. इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी महाराज ने भी अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पद पर अपनी दावेदारी पेश कर दी थी.
अब 25 अक्टूबर से पहले हरिद्वार के कनखल में पांच दिन पहले महानिर्वाणी अखाड़े में हुई बैठक में 13 अखाड़ों में से 7 अखाड़ों ने अखाड़ा परिषद का गठन करते हुए महंत रवींद्र पुरी महाराज को अध्यक्ष और निर्मोही अनी अखाड़ा के महंत राजेंद्र महाराज को महामंत्री बहुमत से चुन लिया है. साथी अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों ने कहा कि अब आगामी कुंभ मेला इसी अखाड़ा परिषद की अध्यक्षता में होगा
गौरतलब है की अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि महाराज ने 25 अक्टूबर को प्रयागराज में अखाड़ा परिषद की बैठक बुलाई थी. अब अचानक इस बैठक से 5 दिन पहले हरिद्वार के कनखल स्थित पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी में गुरुवार को 7 अखाड़ों ने अलग अखाड़ा परिषद का गठन का ऐलान कर दिया. इसमें पंचायती महानिर्वाणी, निर्मल अखाड़ा, अटल अखाड़ा, निर्मोही अनी अखाड़ा, निर्वाणी अनी अखाड़ा, पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन और दिगंबर अनी अखाड़े शामिल हुए. सातों अखाड़ों के सदस्यों ने हस्ताक्षर करते हुए नवगठित अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी और निर्मोही अनी अखाड़ा के महंत राजेंद्र दास को महामंत्री चुना. अब 25 अक्टूबर को महंत हरी गिरी महाराज की अगुवाई में होने वाली बैठक में क्या निष्कर्ष निकलता है यह उसी दिन साफ होगा.
इधर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के नव निर्वाचित अध्यक्ष मंहत रविन्द्र पुरी महाराज और महामंत्री मंहत राजेन्द्र दास सहित सभी पदाधिकारियों को स्वामी अंजनेशानंदसरस्वती (महर्षि अंजनेश जी) राष्ट्रीय संगठन मंत्री अखिल भारतीय संत समिति समेत और विभिन्न अखाड़ों के महंतों ने नव गठित अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए बधाई दी.
रिपोर्ट : एसके इलाहाबादी