इसबार की महाशिवरात्रि में भोले भक्तों को बाबा का अनूठा दर्शन करने के लिए मिलेगा. क्योंकि 13 दिसंबर 2021 को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद यह पहली महाशिवरात्रि है जब भक्त महादेव का जलाभिषेक करने उनके दरबार पहुंचे हैं.
स्वर्णमंडित गर्भगृह की दीवारों के अलौकिक दृश्य देखकर भी इसबार भक्त मंत्रमुग्ध है। हर प्रकार से यह महाशिवरात्रि इसबार अनूठी हैं. भक्तो की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए दर्शन-पूजन के बाद विश्वनाथ धाम में बैठकर शांतिपूर्वक देवाधिदेव का ध्यान कर उनकी स्तुति करने का भी प्रबंध किया गया है.
बता दें कि महाशिवरात्रि के दिन अब तक 2.50 लाख भक्तों ने बाबा के दरबार में हाजरी लगा चुके हैं. अभी भी भक्तों के आने का सिलसिला लगातार जारी है.
सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासन ने सभी पुलिस व्यवस्था को 5 जोन और 20 सेक्टर में विभाजित किया गया है. सूपर जोन में एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी की ड्यूटी लगाई गई है. घाटों पर सुरक्षा के मद्देनजर जल पुलिस की भी तैनाती की गई है। इसके अलावा घाटों पर बैरिकेडिंग में भी कराई गई है.
पुलिस लगातार पेट्रोलिंग करती रहेगी मैदागिन चौराहा से लेकर गोदौलिया के तरफ नो व्हीकल जोन घोषित रहेगा। मैदागिन से गोदौलिया तक बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है, श्रद्धालु इसी में लाइनबद्ध होकर बाबा के दर्शन को जाएंगे। जितने भी प्रवेश और निकास द्वार है वहां पर भी पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है। पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे की मदद से निगरानी की जाएगी।