इस्तीफा देंगी महुआ! एक बयान पर बंगाल में गरमा गयी राजनीति, मच गया हंगामा
WBCHSE Chairman Mahua Das To Resign: इस बयान को लोगों ने जाति और धर्म से जोड़ दिया और उसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी उनके बयान की निंदा की.
कोलकाता: एक बयान देकर विवादों में घिरी महुआ दास इस्तीफा दे सकती हैं. बांग्ला न्यूज चैनल आर भारत ने यह जानकारी दी है. उच्च माध्यमिक के परीक्षा परिणाम की घोषणा करते हुए पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा पर्षद की अध्यक्ष महुआ दास ने कहा था कि मुर्शिदाबाद की एक मुस्लिम लड़की ने 500 में से 499 अंक हासिल कर इतिहास रच दिया. उनके इसी बयान पर बंगाल में हंगामा मच गया.
दरअसल, महुआ दास ने कहा था कि पूरे बंगाल में जिस लड़की ने सबसे ज्यादा अंक हासिल किये हैं, मुर्शिदाबाद की वह छात्रा अल्पसंख्यक समाज की है. 12वीं में उसने इतिहास रच दिया है. इस बयान को लोगों ने जाति और धर्म से जोड़ दिया और उसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी उनके बयान की निंदा की.
विरोध-प्रदर्शन कर रहे संगठनों का कहना है कि काउंसिल की अध्यक्ष को किसी जाति या धर्म का उल्लेख नहीं करना चाहिए. इस वक्तव्य को लेकर विपक्षी दलों के कुछ नेताओं ने भी राजनीतिक रंग देने की कोशिश की. इस वक्तव्य को लेकर शुक्रवार को विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने भी सोशल मीडिया पर खुलकर विरोध किया. साल्टलेक में शिक्षक ऐक्य मुक्त मंच ने भी विरोध प्रदर्शन किया और काउंसिल की अध्यक्ष से इस्तीफे की मांग की.
बंगाल इमाम एसोसिएशन की ओर से भी इस वक्तव्य की निंदा की गयी. विरोध करने वालों का कहना था कि अध्यक्ष को किसी जाति, संप्रदाय के नाम का उल्लेख नहीं करना चाहिए, यह बहुत गलत है. इस विषय में शिक्षक नेता सपन मंडल ने कहा कि एचएस काउंसिल की अध्यक्ष ने अपने वक्तव्य में ऐसा कुछ नहीं कहा, जिसको कुछ लोग राजनीतिक रंग दे रहे हैं.
श्री मंडल ने कहा कि काउंसिल की अध्यक्ष महुआ दास का कहना था कि एक अल्पसंख्यक समुदाय की लड़की ने इस उपलब्धि से सभी लड़कियों को गौरवान्वित किया है. इसमें बवाल मचाने जैसा कुछ भी नहीं है. उधर, इस मसले पर उच्च माध्यमिक शिक्षा पर्षद की अध्यक्ष महुआ दास ने कहा कि नतीजों की घोषणा के दौरान पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि मुर्शिदाबाद की मुस्लिम (माइनॉरिटी) लड़की ने सबसे ज्यादा मार्क्स हासिल किये हैं.
उन्होंने कहा कि कोई मेरिट सूची नहीं निकाली गयी है. कहा कि इस छात्रा ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है. उसकी इस उपलब्धि पर खुश व उत्साहित होकर उन्होंने यह बात कही थी. बेगम रुकैया की बात को याद करते हुए ही उन्होंने इस छात्रा की तारीफ की थी. कहने का अर्थ यही था कि अल्पसंख्यक समुदाय की यह छात्रा दूसरी लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, लेकिन उनको यह अनुमान नहीं था कि उनके एक शब्द पर इतना बवाल मच जायेगा.
छात्र परिषद ने दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम
भारतीय जनता पार्टी ने महुआ दास के बयान की निंदा की है, तो कांग्रेस की छात्र इकाई छात्र संघ ने काउंसिल की चेयरमैन को अल्टीमेटम दे दिया है. पश्चिम बंगाल छात्र परिषद ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि उच्च माध्यमिक की अध्यक्ष को टॉपर छात्र के अंक की घोषणा के दौरान उसके धर्म का उल्लेख करने के लिए माफी मांगना चाहिए. अगर वह 24 घंटे के अंदर माफी नहीं मांगती हैं, तो उनके खिलाफ बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जायेगा.
Posted By: Mithilesh Jha