धनबाद के कोर्ट रोड स्थित सदर अस्पताल में जल्द ही 10 बेड का कुपोषण उपचार केंद्र खुलेगा. इसकी तैयारी जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुरू कर दी गयी. केंद्र में वाॅल पेंटिंग की जा रही है. कुपोषण उपचार केंद्र में पांच वर्ष से कम व गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों (जिनमें चिकित्सकीय जटिलताएं हों) को चिकित्सकीय व पोषण सुविधाएं प्रदान की जायेंगी. 15 दिन तक बच्चों को भर्ती कर उन्हें उचित पोषण दिया जायेगा.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, जुलाई माह में अस्पताल में केंद्र शुरू करने की योजना है. केंद्र में भर्ती कुपोषित बच्चों के साथ उनकी माता के रहने की व्यवस्था होगी. ठहरने की व्यवस्था के साथ तीन वक्त का भोजन भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा. बच्चों के परिजनों को बाहर से खाना लाने की पूरी तरह मनाही होगी.
मेडिकल ऑफिसर के साथ पोषण विशषज्ञ की होगी नियुक्ति
कुपोषण उपचार केंद्र में बच्चों की देखभाल के लिए एक मेडिकल ऑफिसर के अलावा नर्स, पोषण विशेषज्ञ, एक केयर टेकर की नियुक्ति की जायेगी. पोषण विशेषज्ञ द्वारा तय मीनू के अनुसार बच्चाें को भोजन दिया जायेगा. अस्पताल में अलग से किचन तैयार किया जा रहा है. इस किचन में सिर्फ केंद्र के बच्चों के लिए भेजन तैयार किया जायेगा.
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बच्चों व स्त्रियों में अधिकांश रोग की जड़ कुपोषण : डॉ संजीव
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ संजीव कुमार प्रसाद ने बताया कि शरीर के लिए आवश्यक संतुलित आहार लंबे समय तक नहीं मिलना ही कुपोषण है. इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और कई तरह की बीमारियां शिकार बना लेती हैं. बच्चों और स्त्रियों के अधिकांश रोगों की जड़ भी कुपोषण है. इसके अलावा ऐसे कई रोग हैं, जिनका कारण अपर्याप्त या असंतुलित भोजन होता है. केंद्र में कुपोषण के शिकार सभी बच्चों की उचित देखभाल की व्यवस्था होगी.