Dhanbad News: निरसा थाना क्षेत्र के थापरनगर स्थित मैथन पावर लिमिटेड (MPL) के रेलवे लाइन में मंगलवार को भू-धंसान हो गया. दोनों ट्रैक के बीच करीब 20 फुट के दायरे में भयंकर धसान हुआ है. बताते चलें कि इससे महज 40 फुट की दूरी पर ही हावड़ा-नई दिल्ली ग्रैंड कॉर्ड लाइन भी है. घटना के बाद काफी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए हैं. एमपीएल प्रबंधन ने रेलवे ट्रैक से रेलवे वैगन का आवागमन रोक दिया है.
पहले भी उसी जगह धंस चुकी है जमीन
जिस स्थान पर भू-धंसान हुआ है, उसी जगह करीब दो वर्ष पहले 100 फुट के दायरे में भयंकर धसान हुआ था. उस समय रेलवे के आसनसोल एवं धनबाद रेल मंडल के वरीय अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया था. तब एमपीएल प्रबंधन ने आनन-फानन में फ्लाई ऐश एवं मिट्टी से उस स्थान को भर दिया था.
डेंजर जोन हो चुका है घोषित
बताते चलें कि थापरनगर से लेकर मुगमा तक कोल इंडिया के नेशनलाइजेशन के पहले विभिन्न कंपनियों द्वारा किया गया कोयला उत्पादन किया गया. इसके बाद इस क्षेत्र में अवैध उत्खनन होता रहा है. इस वजह से जिला प्रशासन से लेकर रेलवे प्रबंधन की ओर से उस क्षेत्र को डेंजर जोन घोषित किया जा चुका है. हालांकि रेलवे प्रबंधन इस मामले में अपनी बात बदलता रहता है. घटना के बाद से आसपास के ग्रामीणों में दहशत है.
कुंआ नुमा खदान से होता था उत्पादन
स्थानीय लोगों के अनुसार कोलियरी नेशनलाइजेशन के पूर्व ही वहां कंपनी द्वारा कुंआ नुमा खदान बनाकर कोयला उत्पादन किया गया था. जिसके कारण थापरनगर श्यामपुर एवं आसपास का क्षेत्र धसान क्षेत्र है. जानकारों के अनुसार सुरक्षा नियमों की अनदेखी कर ही वहां एमपीएल प्रबंधन द्वारा रेलवे ट्रैक का निर्माण करवा दिया गया है.