ममता बनर्जी ने कहा, मोदी सरकार को सत्ता से हटाना हमारा लक्ष्य
भारतीय किसान यूनियन ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले ‘भाजपा को कोई वोट नहीं' अभियान चलाया था.
कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को राकेश टिकैत और युद्धवीर सिंह के नेतृत्व में आये किसान नेताओं के एक प्रतिनिधि दल को नये केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ उनके आंदोलन को समर्थन देने का आश्वासन दिया. साथ ही उन्होंने कहा : हमारा मूल लक्ष्य मोदी सरकार को सत्ता से हटाना है. यहां किसान नेताओं के साथ बैठक में सुश्री बनर्जी ने कहा कि एक ऐसा मंच होना चाहिए जहां राज्य नीतिगत विषयों पर बातचीत कर सकें.
उन्होंने कहा कि राज्यों को निशाना बनाना (बुलडोजिंग) संघीय ढांचे के लिए अच्छी बात नहीं है. उत्तर भारत के किसान संगठनों के नेताओं से इस मुलाकात से कुछ दिन पहले ही तृणमूल कांग्रेस ने घोषणा की थी कि पार्टी पश्चिम बंगाल की भौगोलिक सीमाओं के बाहर अपना प्रभाव बढ़ायेगी. राकेश टिकैत और युद्धवीर सिंह की अगुवाई वाले भारतीय किसान यूनियन ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले ‘भाजपा को कोई वोट नहीं’ अभियान चलाया था.
उनकी आने वाले समय में अन्य राज्यों के चुनावों में भी इसी तरह की योजना है. ममता बनर्जी ने किसान नेताओं से मुलाकात के बाद कहा, ‘किसानों के आंदोलन को समर्थन रहेगा. भारत पूरी उत्सुकता से ऐसी नीतियों का इंतजार कर रहा है जिनसे कोविड-19 से लड़ने में, किसानों और उद्योगों की सहायता करने में मदद मिल सकती है.’
Also Read: टिकैत से मुलाकात के बाद मोदी सरकार के खिलाफ ममता ने खोला मोर्चा, कहा- कृषि कानून वापस लेना ही होगा
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘किसानों से बात करना इतना मुश्किल क्यों है?’ वह दरअसल केंद्र सरकार और किसानों के बीच वार्ता रुकने की ओर इशारा कर रही थीं जो संसद द्वारा पारित तीन कृषि विधेयकों के खिलाफ कई महीने से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हैं. ममता बनर्जी ने कहा, ‘स्वास्थ्य क्षेत्र से लेकर किसानों और उद्योगों, सभी क्षेत्रों के लिए भाजपा का शासन अनर्थकारी रहा है. हम प्राकृतिक और राजनीतिक दोनों तरह की आपदाओं का सामना कर रहे हैं.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान नेताओं ने उनसे अनुरोध किया है कि वह किसानों के विषयों पर अन्य राज्यों के नेताओं से बात करें और किसान संगठनों के साथ संवाद आयोजित करें. उन्होंने कहा, ‘किसान आंदोलन केवल पंजाब, हरियाणा या उत्तर प्रदेश के लिए नहीं है. यह पूरे देश के लिए है.’
Also Read: TMC सांसद नुसरत जहां ने किया निखिल से अलग होने का एलान, कहा- शादी नहीं हुई थी, रिलेशनशिप में थी
केंद्र पर ममता ने साधा निशाना
बैठक के बाद ममता ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले सात महीनों से केंद्र सरकार ने किसानों से बात करने की जहमत तक नहीं उठायी. मेरी मांग है कि तीनों कृषि कानून तुरंत वापस लिए जायें. उन्होंने साथ ही कहा कि किसान आंदोलन को मेरा समर्थन जारी रहेगा.
Also Read: कोलकाता न्यूटाउन में दिन-दहाड़े शूटआउट, पंजाब के दो मोस्ट वांटेड ढेर, पुलिसकर्मी भी जख्मी
वह दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी किसानों के मुद्दे पर बात करेंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं लिया जाता तब तक आंदोलन जारी रखा जाना चाहिए. उन्होंने विपक्षी दलों से भी इस मुद्दे पर एकजुट होकर केंद्र के खिलाफ लड़ाई का आह्वान किया.
राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करेंगी ममता
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मुद्दे लेकर वह उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत करेंगी, जहां भाजपा की सरकार नहीं है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सभी विपक्षी पार्टियों का एक होना जरूरी है, तभी हम भाजपा का मुकाबला कर पायेंगे.
ममता ने कहा कि केंद्र सरकार जिस प्रकार से संघीय ढांचे का उल्लंघन कर रही है और राज्यों को निशाना बनाया जा रहा है, इसके खिलाफ हमें मिल कर आवाज उठानी होगी. ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि राज्यों के लिए जरूरी है कि मिलकर नीतिगत विषयों पर चर्चा करें तथा अन्याय के खिलाफ खड़े रहें.
Posted By: Mithilesh Jha