टाटा के साथ मिलकर कोलकाता और सिलीगुड़ी में कैंसर अस्पताल बनायेगी ममता बनर्जी की सरकार
कैंसर रोगियों को राज्य में ही बेहतर इलाज की सुविधा प्रदान करने के लिए ममता बनर्जी की सरकार ने दो कैंसर अस्पताल की स्थापना करने की योजना बनायी है.
कोलकाता: कैंसर रोगियों को राज्य में ही बेहतर इलाज की सुविधा प्रदान करने के लिए ममता बनर्जी की सरकार ने दो कैंसर अस्पताल की स्थापना करने की योजना बनायी है. यह जानकारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दी है. उन्होंने बताया कि राज्य के लोगों को कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के इलाज के लिए देश के अन्य शहरों में जाना पड़ता है.
ममता ने कहा कि कैंसर रोगियों के बेहतर इलाज के लिए मुंबई का टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल काफी लोकप्रिय है. राज्य के लगभग 25 प्रतिशत कैंसर रोगी इलाज के लिए मुंबई जाते हैं. इन लोगों को इलाज के लिए मुंबई न जाना पड़े, उसके लिए राज्य सरकार द्वारा जल्द ही यहां दो नये कैंसर अस्पताल बनाये जायेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि टाटा मेमोरियल के साथ मिलकर राज्य सरकार इन अस्पतालों की स्थापना करेगी. इनमें से एक अस्पताल कोलकाता महानगर के एसएसकेएम अस्पताल में बनेगा, तो दूसरा अस्पताल उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी स्थित उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में बनाया जायेगा.
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उन्होंने बताया कि कैंसर के इलाज के लिए ज्यादातर लोगों को मुंबई के टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल जाना पड़ता है. लेकिन, अब उम्मीद की जानी चाहिए कि दोनों अस्पतालों के निर्माण के बाद लोगों को मुंबई जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वर्तमान में कोलकाता के न्यूटाउन में एक कैंसर अस्पताल है और यह अस्पताल टाटा मेमोरियल द्वारा ही संचालित किया जाता है.
पश्चिम बंगाल सरकार ने टाटा मेमोरियल अस्पताल, मुंबई के सहयोग से राज्य में दो कैंसर ट्रीटमेंट सेंटर विकसित करने का निर्णय लिया है. गौरतलब है कि टाटा मेमोरियल अस्पताल, भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के तहत एक सरकारी अस्पताल है. यहां अधिकतर रोगियों का उपचार मुफ्त में होता है और अन्य लोगों को भी इलाज खर्च में काफी छूट प्रदान की जाती है.
कोलकाता के टाटा कैंसर हॉस्पिटल में नहीं होता मुफ्त इलाज
राज्य के अधिकतर गरीब लोग, जो कैंसर के इलाज के लिए नियमित रूप से मुंबई की यात्रा कर रहे हैं, उनको यहां अस्पताल बनने से काफी लाभ होगा. गौरतलब है कि न्यूटाउन-राजारहाट में स्थापित टाटा कैंसर हॉस्पिटल सरकारी अस्पताल नहीं है, बल्कि टाटा ट्रस्ट द्वारा संचालित किया जाता है, जहां इलाज मुफ्त नहीं है.
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Posted By: Mithilesh Jha