Shahid Diwas|Trinamool Congress|Mamata Banerjee|पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के धर्मतला में गुरुवार को होने वाले तृणमूल कांग्रेस के ‘शहीद दिवस’ कार्यक्रम की जबर्दस्त तैयारी की गयी है. महानगर बैनर व पोस्टरों से पट गया है. मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने आम लोगों के साथ ही सभी राजनीतिक दलों से इस सभा में शिरकत करने का अनुरोध किया है.
तृणमूल की यह सभा इसलिए भी अहम मानी जा रही है, क्योंकि तीसरी बार राज्य की सत्ता पर काबिज होने के बाद यह पहली दफा है, जब पार्टी शहीद दिवस मनाने जा रही है. कोरोना संकट के कारण वर्ष 2020 और 2021 में तृणमूल यह सभा नहीं कर सकी थी.
तृणमूल राष्ट्रीय स्तर पर भी अपने सांगठनिक विस्तार में जुटी हुई है. कहा जा सकता है कि तृणमूल वर्ष 2024 में देश में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी चुनौती देने के मूड में है और ऐसे में तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी की ‘शहीद दिवस’ की सभा में दिये जाने वाला संबोधन राजनीतिक दृष्टिकोण से भी काफी अहम हो सकता है.
सभा में भाग लेने के लिए अलग-अलग जिलों से तृणमूल समर्थकों का महानगर आने का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा. सभा के ठीक एक दिन पहले यानी बुधवार को सुश्री बनर्जी ने सभा स्थल का भी जायजा लिया है. साथ ही ‘शहीद दिवस’ को लेकर राज्यवासियों को अपना संदेश भी दिया है.
उन्होंने अपने संदेश में कहा कि 21 जुलाई को होने वाली ‘शहीद दिवस’ की सभा काफी महत्वपूर्ण है. यह दिन हमारे लिए बहुत ही यादगार दिन है. यह एक ऐतिहासिक दिन है. इस दिन से हमारी भावनाएं जुड़ी हुई हैं. हमारे अपने लोगों ने इस दिन शहादत दी है. मैं सभी से इस सभा में आने का अपील करती हूं. मैं सभी राजनीतिक दलों से भी सभा में शरीक होने का अनुरोध करती हूं.
ममता बनर्जी ने कहा कि शहीद दिवस का ऐसे समय होता है, जब मौसम काफी अच्छा नहीं होता है. फिर भी इस सभा में लाखों लोग आते हैं. मैं और मेरी पार्टी 21 जुलाई के कार्यक्रम में सभी को आमंत्रित करती हूं. मैं सभी से अपील करती हूं, जो आ सकते हैं, वे आयें और जो नहीं आ सकते हैं, वे टीवी या हमारे वेब पेज पर देखें. मैं सभी से कहूंगी कि वे सभा में हिस्सा लेने के लिए सावधानी भी बरतें और अपना ख्याल रखें. जो लोग सभा में भाग लेने के लिए दूर-दराज इलाकों से वाहनों से आते हैं, वे जल्दबाजी नहीं करे, ताकि कोई हादसा न हो.
उन्होंने कहा कि सभा में भाग लेने आने वाले सभी लोगों का तृणमूल कार्यकर्ता व नेतागण सहयोग करें, ताकि किसी को कोई परेशानी नहीं हो. साथ ही लोग पुलिस व प्रशासन का भी सहयोग करें, ताकि सब कुछ ठीक से संपन्न हो. मैं सभी राजनीतिक दलों, सभी लोगों को 21 जुलाई के कार्यक्रम में शामिल होने की अपील करती हूं. 21 का अर्थ है गति, 21 का अर्थ है भाषा, 21 का अर्थ है दिशा.
तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी जब पश्चिम बंगाल में युवा कांग्रेस की अध्यक्ष थीं, तब उन्होंने वर्ष 1993 में चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए सचित्र वोटर कार्ड की मांग की थी. इसी मांग को लेकर उन्होंने 21 जुलाई, 1993 को राइटर्स बिल्डिंग अभियान चलाया. उस वक्त जुलूस पर पुलिस की ओर से गोलियां चलायी गयी, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गयी. तृणमूल के गठन के बाद पार्टी हर साल 21 जुलाई को ‘शहीद दिवस’ के रूप में मनाती है.